पटना : राजद नेता तेजस्वी यादव ने अपने पिता और राजद प्रमुख लालू प्रसाद की अस्थायी जमानत रद्द करने की उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी की मांग को आज नकारात्मक राजनीति करार दिया. गौरतलब है कि राजद प्रमुख की कांग्रेस और तेदेपा के नेताओं के साथ बैठक पर ऐतराज जताते हुए बिहार के उप मुख्यमंत्री ने कल सीबीआई से अनुरोध किया था कि वह झारखंड उच्च न्यायालय से लालू की जमानत रद्द करने की मांग करे.
झारखंड उच्च न्यायालय ने स्वास्थ्य आधार पर लालू की अस्थायी जमानत मंजूर की थी. लालू ने अपनी पत्नी एवं पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के यहां 10 सर्कुलर रोड स्थित बंगला में बैठकें की है. उन्होंने हाल ही में मुंबई के एक अस्पताल में फिस्टुला सर्जरी करायी है. तेजस्वी ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘सुशील मोदी जो कुछ कह रहे हैं वह नकारात्मक राजनीति का उदाहरण है. लालू प्रसाद की जमानत स्वास्थ्य आधार पर मंजूर हुई थी और उपमुख्यमंत्री कोई डॉक्टर नहीं हैं. वह मेरे पिता के पाास जाने के लिए स्वतंत्र हैं और वह खुद से यह देखें कि मेरे पिता कितने बीमार हैं और उन्हें इलाज की किस हद तक जरूरत है जो उन्हें जेल में नहीं मिल सकता.’
उन्होंने कहा कि सुशील मोदी को लालू प्रसाद के साथ यहां किसी भी अस्पताल में जाना चाहिए और यह देखना चाहिए कि राजद प्रमुख जेल से बाहर रहने के हकदार हैं या नहीं. पूर्व मुख्यमंत्री लालू को चारा घोटाला के कई मामलों में दोषी ठहराया गया है. झारखंड उच्च न्यायालय ने 29 जून को उनकी अस्थायी जमानत मेडिकल आधार पर 17 अगस्त तक के लिए बढ़ा दी थी.
इस बीच, जदयू प्रवक्ता एवं विधान परिषद सदस्य नीरज कुमार ने आज एक बयान जाारी कर लालू के फोन कॉल ब्योरे की गहन जांच की मांग की. उन्होंने दावा किया कि लालू राजनीतिक गतिविधियां कर रहे हैं.