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पटना : ढीली है महिला कॉलेजों की सुरक्षा, कॉलेजों के आसपास रहती है मनचलों की भीड़, आये दिन होती है छेड़खानी
लापरवाही. सिर्फ गार्ड के भरोसे हैं हजारों छात्राएं, नहीं है महिला पुलिस पटना : छात्राओं की सुरक्षा के लेकर पटना के कॉलेजों में अब तक पहल नहीं की गयी है. शहर में कई महिला कॉलेजों के बाहर सुरक्षा ढीली नजर आ रही है. शहर की कुछ ही महिला कॉलेजों में महिला पुलिसकर्मी मौजूद हैं. अन्य […]
लापरवाही. सिर्फ गार्ड के भरोसे हैं हजारों छात्राएं, नहीं है महिला पुलिस
पटना : छात्राओं की सुरक्षा के लेकर पटना के कॉलेजों में अब तक पहल नहीं की गयी है. शहर में कई महिला कॉलेजों के बाहर सुरक्षा ढीली नजर आ रही है.
शहर की कुछ ही महिला कॉलेजों में महिला पुलिसकर्मी मौजूद हैं. अन्य कॉलेजों में हजारों की संख्या में छात्राएं सिर्फ गार्ड के भरोसे हैं. ऐसे में सिक्योरिटी की जिम्मेदारी कॉलेज प्रशासन की है. मगध महिला महिला कॉलेज और पटना वीमेंस कॉलेज ही ऐसे कॉलेज हैं, जिनके गेट के बाहर महिला सिपाही तैनात नजर आती हैं.
कॉलेजों के आसपास रहती है मनचलों की भीड़, आये दिन होती है छेड़खानी
तीन महिला कॉलेज-जेडी वीमेंस कॉलेज, अरविंद महिला कॉलेज और गंगा देवी महिला कॉलेज के बाहर इसकी कोई खास व्यवस्था देखने को नहीं मिलती है. नया सत्र शुरू होने में कुछ ही महीने रह गये हैं. ऐसे में कॉलेजों में कई छात्राएं एडमिशन के लिए आयेंगी. अगर सुरक्षा को लेकर यही हाल रहा, तो छात्राओं को परेेशानी का सामना करना पड़ सकता है.
कॉलेज गार्ड के भरोसे हजारों छात्राओं की सुरक्षा : अरविंद महिला में मौजूद महिला गार्ड बताती हैं कि परीक्षाओं का सेंटर पड़ने के बाद भीड़ पर काबू करना और ज्यादा मुश्किल हो जाता है. अभिभावक जबरन कॉलेज कैंपस में घुस जाते हैं. बता दें कि अन्य सभी महिला कॉलेजों में केवल अरविंद महिला कॉलेज ही ऐसा कॉलेज है, जिसने एक महिला गार्ड को नियुक्त किया है. जेडी वीमेंस कॉलेज में भी पुरुष गार्ड ही निगरानी करते हैं.
इन महिला कॉलेजों के आसपास अभिभावकों की भीड़ से ज्यादा मनचलों की भीड़ होती है. छात्राओं को आये दिन छेड़खानी का सामना करना पड़ता है. वहीं गंगा देवी कॉलेज का भी यही हाल है. वहां भी केवल कॉलेज के गार्ड के भरोसे ही हजारों छात्राओं की सुरक्षा है. ऐसी परिस्थिति में छात्राओं में असुरक्षा की भावना बनी रहती है.
कॉलेज अपनी तरफ से जितना बन पड़ता है, उतनी सुरक्षा छात्राओं को देती है. ऐसे में एडमिनिस्ट्रेशन का दायित्व बनता है कि वे छात्राओं को सुरक्षा दिलाएं.
क्या है कॉलेजों का कहना
परीक्षा में भीड़ संभालना कठिन हो जाता है. हमें दो महिला पुलिसकर्मी तो मिलनी ही चाहिए.
प्रो श्यामा राय, प्राचार्या, गंगा देवी महिला कॉलेज
छात्राओं की सुरक्षा को लेकर हमने कई बार लिखित शिकायत की है लेकिन कोई भी परमानेंट महिला पुलिस की व्यवस्था नहीं है.
डॉ पूनम चौधरी, प्राचार्या, अरविंद महिला कॉलेज
हमारे कॉलेज में दूर-दूर से छात्राएं पढ़ने को आती हैं, इसका ध्यान प्रशासन को भी रखना चाहिए. महिला पुलिस को तैनात करना चाहिए.
डॉ शशि सिंह, प्राचार्या, जेडी वीमेंस कॉलेज
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