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बिहार : 104 नयी एंबुलेंस की सुविधा शुरू

घोषणा. पीएमसीएच के नये भवन का होगा शिलान्यास : मंगल पटना :स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि अगले वित्तीय वर्ष में पीएमसीएच के नये भवन का शिलान्यास हो जायेगा. भवन अत्याधुनिक होगा. पीएमसीएच को विश्वस्तरीय अस्पताल बनाने के लिए सरकार संकल्पित है. उन्होंने निजी चिकित्सकों से भी प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान में शामिल होने […]

घोषणा. पीएमसीएच के नये भवन का होगा शिलान्यास : मंगल
पटना :स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि अगले वित्तीय वर्ष में पीएमसीएच के नये भवन का शिलान्यास हो जायेगा. भवन अत्याधुनिक होगा. पीएमसीएच को विश्वस्तरीय अस्पताल बनाने के लिए सरकार संकल्पित है.
उन्होंने निजी चिकित्सकों से भी प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान में शामिल होने की अपील की. वे बुधवार को राज्य स्वास्थ्य समिति में सुरक्षित मातृत्व पुस्तिका का विमोचन और 104 नयी एंबुलेंस को हरी झंडी दिखाने के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि राज्य में एंबुलेंस सेवा दुरुस्त की जा रही है. आज डायल 102 सेवा की 104 नयी एंबुलेस मरीजों के लिए दी गयी है. इसके पहले 146 एंबुलेंस दी गयी थी. अब राज्य में सरकारी एंबुलेंस की संख्या 1100 हो गयी है. मई तक डेढ़ सौ और नयी एंबुलेंस दी जायेगी. मंत्री ने कहा कि पीएमसीएच, जेएलएनएमसीएच और गया मेडिकल काॅलेज अस्पताल में सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल जल्द बनेगा.
मंत्री ने प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान में निजी डाॅक्टरों से की शामिल होने की अपील
स्वास्थ्य मंत्री ने सुरक्षित मातृत्व पुस्तिका का विमोचन करते हुए प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान में निजी डाॅक्टरों से शामिल होने की अपील की. उन्होंने कहा कि पुस्तिका में गर्भाधारण से लेकर शिशु के जन्म व जन्म के बाद देखरेख, पोषण व टीकाकरण से संबंधित जानकारी दी गयी है.
इस पुस्तिका को पूरे राज्य में वितरित किया जायेगा. राज्य में प्रत्येक वर्ष 208 गर्भवती महिला की मौत 1 लाख जीवित बच्चे को जन्म देने के क्रम में हो जाती है. यानी तकरीबन 6400 गर्भवती महिलाओं की मौत प्रत्येक वर्ष हो जाती है.
इसे 70 से नीचे लाना है. जटिल प्रसव से बचाने के लिए प्रत्येक गर्भवती महिला को 4 एएनसी के साथ–साथ द्वितीय तिमाही से 180 आयरन तथा 360 कैल्शियम की गोली दी जाती है. प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान 9 जून, 2016 से प्रारंभ की गयी है. इस मौके पर समिति के कार्यपालक निदेशक लोकेश कुमार सिंह, अपर निदेशक संजय कुमार सिंह व करुणा कुमारी आदि मौजूद थे.
बच्चों को रोगमुक्त बनाने में मिशन इंद्रधनुष की भूमिका महत्वपूर्ण
पटना. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा है कि बच्चों को रोगमुक्त बनाने में मिशन इंद्रधनुष की महत्वपूर्ण भूमिका है. इस योजना के तहत दिये जाने वाले नौ प्रकार के टीकों से न सिर्फ नवजात शिशुओं को रोगमुक्त बनाने में सफलता मिलती है, बल्कि पांच साल से कम उम्र तक के बच्चों के भी टीकाकरण कर उन्हें भविष्य में संभावित रोगों से मुक्ति दिलाई जाती है.
वे बुधवार को क्षेत्रीय प्रचार निदेशालय की कार्यशाला को संबाेधित कर रहे थे. पांडेय ने कहा कि 16 जिलों में इस अभियान के तहत सघन टीकाकरण किया जा रहा है. राज्य में मिशन इंद्रधनुष का तीसरा चरण चलाया जा रहा है. इस वर्ष राज्य के 90 प्रतिशत से अधिक बच्चों के टीकाकरण का लक्ष्य है. कार्यशाला में मिशन इंद्रधनुष, कुष्ठ उन्मूलन, मिशन परिवार विकास एवं यक्ष्मा पर जानकारी दी गयी.
राज्य सरकार लगातार टीबी तथा कुष्ठ उन्मूलन के लिए भी प्रयास कर रही है. 2025 तक टीबी मुक्त करने का जो लक्ष्य रखा गया है उसे प्राप्त करने का प्रयास हो रहा है. इस मौके पर डीएफपी के निदेशक विजय कुमार. पीआईबी के निदेशक दिनेश कुमार, सहायक निदेशक संजय कुमार व भुवन कुमार आद् मौजूद थे. कार्यशाला को राज्य स्वास्थ्य समिति के विजय सहाय व विजय पांडे ने भी संबोधित किया.

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