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छह साल से भटक रही 6,153 छात्राएं, नहीं मिला एक भी रुपया
मुख्यमंत्री बालिका प्रोत्साहन राशि पटना : पल्लवी कुमारी (रोल कोड 71211, रोल नंबर 1400182) ने मैट्रिक की परीक्षा प्रथम श्रेणी में 2014 में पास की. एसएस बालिका उच्च विद्यालय, बाढ़ की छात्रा पल्लवी कुमारी 2014 से अब तक मुख्यमंत्री बालिका प्रोत्साहन राशि लेने को लेकर सैकड़ों बार बोर्ड आ चुकी है. जिला शिक्षा कार्यालय भी […]
मुख्यमंत्री बालिका प्रोत्साहन राशि
पटना : पल्लवी कुमारी (रोल कोड 71211, रोल नंबर 1400182) ने मैट्रिक की परीक्षा प्रथम श्रेणी में 2014 में पास की. एसएस बालिका उच्च विद्यालय, बाढ़ की छात्रा पल्लवी कुमारी 2014 से अब तक मुख्यमंत्री बालिका प्रोत्साहन राशि लेने को लेकर सैकड़ों बार बोर्ड आ चुकी है. जिला शिक्षा कार्यालय भी जा चुकी है, लेकिन अभी तक राशि नहीं मिल पायी है.
यह हाल सिर्फ पल्लवी कुमारी की ही नहीं, बल्कि प्रदेश की 6153 छात्राओं का हैं, जो प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण तो हो गयी. लेकिन, उन्हें मुख्यमंत्री बालिका प्रोत्साहन राशि नहीं मिली. अब वो इस राशि के लिये कभी बिहार बोर्ड तो कभी डीइओ कार्यालय का चक्कर लगा रही है. इसमें एक साल की नहीं बल्कि ऐसी भी छात्राएं हैं, जो 2011 से अब तक इस राशि की इंतजार में है, लेकिन राशि प्राप्त नहीं हुई है.
पटना जिले की 134 छात्राएं, बाकी दूसरे जिले की : प्रदेश भर से 6,153 छात्राओं को प्रोत्साहन राशि की योजना का लाभ नहीं मिल पाया है. इसमें पटना जिले से 134 छात्राएं शामिल हैं. इसके अलावा हर जिले से छात्राएं शामिल हैं. विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 2011 से 2015 तक 6,153 छात्राएं शामिल हैं.
अभी तक खाता संख्या नहीं दिया स्कूलों ने : शिक्षा विभाग की ओर से 2016 के लिये प्रोत्साहन की राशि तमाम जिला शिक्षा कार्यालयों में भेज दी गयी है. यह राशि छात्राओं के बैंक खाते में सीधे डाला जायेगा. लेकिन, इसमें स्कूल वाले दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं.
पटना डीइओ कार्यालय की मानें, तो 2016 के लिए प्रोत्साहन राशि आ चुकी है, लेकिन स्कूलों की ओर से खाता संख्या नहीं भेजने के कारण राशि नहीं भेजी गयी है. अगर स्कूल जल्द खाता खोल कर नहीं भेजते हैं तो यह राशि वापस चली जायेगी.
मैट्रिक रिजल्ट के बाद प्रभात खबर ऑफिस में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर के साथ परीक्षार्थियों की काउंसेलिंग की गयी थी. इस दौरान लगभग दस छात्राओं ने अध्यक्ष को इसकी जानकारी दी थी. छात्राओं ने बताया था कि उन्हें अभी तक प्रोत्साहन की राशि नहीं मिली है, जबकि वो प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुई है. बिहार बोर्ड के अध्यक्ष ने उन्हें मिल कर सारी जानकारी देने को भी कहा था.
प्रदेश भर में लड़कियों के पढ़ाई को बढ़ावा देने के लिये मुख्यमंत्री बालिका प्रोत्साहन योजना की शुरुआत हुई. 2008 से यह योजना चल रही है. इसमें सामान्य श्रेणी और बीसी-2 की उन तमाम छात्राओं को दस-दस हजार रुपये की राशि प्रोत्साहन के तौर पर दी जाती है, जो मैट्रिक की परीक्षा प्रथम श्रेणी से पास करती है.
योजना की राशि डीइओ ऑफिस में पड़ी हुई है, लेकिन स्कूलवालों ने बैंक खाता ही नहीं खोला है. इससे राशि नहीं भेजी गयी है. छात्राएं डीइओ कार्यालय आती है, लेकिन यह राशि बैंक खाते में भी डालना है.
डाॅ अशोक कुमार, डीपीओ
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