नवादा : खगड़िया जिले के मानसी थाना अंतर्गत सैदपुरा गांव के शालू ईंट भट्ठा उद्योग से बंधक बना कर रखे गये चार परिवार के 14 बंधुआ मजदूरों को छुड़ा कर नवादा लाया गया. सभी मजदूरों को श्रम विभाग आवश्यक कार्रवाई करते हुए उन मजदूरों को उनके घर भेजा. श्रमाधीक्षक पूनम कुमारी ने बताया कि मजदूरों को खगड़िया के मानसी के श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी चंद्र शेखर यादव व स्थानीय थाने के एसआइ अरुण कुमार यादव के साथ यहां भेजा गया है. मुक्त करा कर लाये गये मजदूर अकबरपुर व हिसुआ प्रखंडों के हैं.
सभी मजदूर अक्तूबर, 2013 में हिसुआ महवतपुर निवासी ठेकेदार मनोज सिंह के साथ गये थे. उक्त ईंट भट्ठा के मालिक संतोष कुमार यादव ने ठेकेदार को भी मारपीट कर भगा दिया था. किसी तरह मजदूरों ने अकबरपुर थाना क्षेत्र के डीही निवासी अशोक राजवंशी को सूचना दिया. उसके बाद श्री राजवंशी ने मगध प्रमंडल के पूर्व आयुक्त केपी रामय्या को सूचना दिया, जिसके बाद श्री रामय्या ने मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव को सूचना दिया. इसके बाद वहां के एसपी दीपक बरवाल ने छापेमारी करा कर सभी मजदूरों को छुड़वाया.
मजदूरों के साथ आये एसआइ ने बताया कि ईंट भट्ठा मालिक पर प्राथमिकी दर्ज करा कर उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी किये गये जाने की प्रकि या चल रही है. श्रमाधीक्षक ने बताया कि सभी व्यस्क मजदूरों को पुनर्वास योजना अंतर्गत केंद्र व राज्य सरकार दोनों को मिला कर 20-20 हजार रुपये पुनर्वास के लिए दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इसके अलावा भूमि, आवास, सामाजिक सुरक्षा सहित विभिन्न विभागों से सरकार के नियमानुसार लाभ दिया जायेगा. बता दें कि छुड़ाये गये मजदूरों में छह नाबालिग लड़के-लड़की शामिल हैं.