मुजफ्फरपुर: भारत व अमेरिका के बच्चे कल्चरल स्वैप बॉक्स के माध्यम से एक-दूसरे की साहित्यिक, शैक्षणिक व सांस्कृतिक गतिविधियों से रूबरू हो रहे हैं. यह काम डॉल्फिन पब्लिक स्कूल के निदेशक (एकेडमिक्स) सह कैलिफोर्निया स्थित सॉफ्टवेयर आर्किटेक्ट (आइबीएम-सिलिकॉन वैली) दीपक कुमार बखूबी कर रहे हैं. प्रभात खबर से विशेष बातचीत में उन्होंने बताया, स्वैप बॉक्स भारत व अमेरिकी छात्रों का सांस्कृतिक रिश्ता जोड़ रहा है. एक-दूसरे की दैनिक गतिविधियों से अवगत हो रहे हैं.
डॉल्फिन स्कूल में इसके लिए खास व्यवस्था की गई है. ताकि बच्चों को दूसरे देशों के स्कूलों की कक्षा में होने वाली गतिविधियों की जानकारी मिल सके. इस कार्य का नाम ‘प्रोजेक्ट संवाद’ दिया गया है. दीपक बताते हैं कि इस संवाद के माध्यम से बच्चे एक-दूसरे की सभ्यता संस्कृति को समझ रहे हैं. एक दूसरे से मन पसंद भोजन, मनोरंजन, संगीत, खेलने की चीजों, वर्ग में सीखने की क्रिया, सामाजिक गतिविधियां के बारे में गहराई से जानने की कोशिश कर रहे हैं.
बच्चों के बनाये तीन समूह
कल्चरल स्वैप बॉक्स के लिए बच्चों का तीन समूह बनाया गया है. पहले समूह में नर्सरी, एलकेजी, यूकेजी दूसरे समूह में वर्ग एक से पांच तथा तीसरे समूह में वर्ग छह से 10 तक के छात्रों को शामिल किया गया है. स्वैप बॉक्स के माध्यम से बच्चों की दैनिक गतिविधियां अमेरिकी स्कूलों को भेजा जा रहा है. अमेरिकी स्कूल से भी इसका जवाब मिल रहा है. इससे दोनों देशों के बच्चों को एक-दूसरे की सांस्कृतिक गतिविधियों के बारे में काफी कुछ सीखने को मिल रहा है.
यू-ट्यूब से हो रहा प्रचार
अमेरिका में बच्चों की इन तमाम शैक्षणिक व सांस्कृतिक गतिविधियों का वीडियो टेप तैयार कर यू टय़ूब पर अपलोड किया जा रहा है. गूगल, स्काइप व फेसबुक के माध्यम से बच्चे एक-दूसरे से रूबरू हो रहे हैं. डॉल्फिन पब्लिक स्कूल से बच्चों के दोनों हाथ का प्रिंट एक सादे कागज पर लेकर फोटो भी भेजा जा रहा है. शिक्षक की मदद से बच्चे कुछ वाक्य लिखते हैं. जिसमें पसंदीदा खेल, खाना, पहनावा, त्योहार व दैनिक गतिविधियां शामिल करते हैं.