मुजफ्फरपुर: विवि में एक बार फिर कर्मचारी असुरक्षित हो गये हैं. गुरुवार को दिनदहाड़े कुछ छात्रों ने डीओ ऑफिस में तैनात विवि कर्मी संजीव कुमार की जम कर पिटाई कर दी. इससे संजीव के सिर व पीठ में काफी चोटे हैं. संजीव डीओ ऑफिस में संविदा पर कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर कार्यरत है. घटना की शिकायत संजीव ने वीसी डॉ रवींद्र कुमार वर्मा ‘रवि’ से की है.
वीसी ने विवि थाना में एफआइआर के लिए आवेदन को अग्रसारित कर दिया है. जिसमें जदयू के छात्र नेता राघव कुमार मणि, ड्यूक हॉस्टल के छात्र कंचन कुमार, विक्की कुमार व गुल्लू पर मारपीट का आरोप लगाया है. इधर, सूचना के बाद पुलिस मामले की छानबीन शुरू कर दी है. प्रारंभिक जांच में मामले को संदेहास्पद बताया जा रहा है. डीओ ऑफिस विवि थाना के 50 कदम की दूरी पर है. पुलिस का कहना है कि घटना पौने दो बजे की बतायी जा रही है, लेकिन पुलिस को इसकी सूचना शाम चार बजे के बाद मिली है. घटना के वक्त थाने के दारोगा व सिपाही कैंपस में ही बैठे हुए थे. उसी वक्त पुलिस को अगर सूचना मिलती, तब मारपीट करनेवाले लोग पकडे जाते. हालांकि, कर्मी संजीव के सिर व पीठ में कई जगह चोट के गंभीर निशान है. इसे देखते हुए पुलिस ने सदर अस्पताल में इलाज के लिए भेज दिया है.
संजीव की पिटाई पर विवि संघ ने साधी चुप्पी
इधर, विवि कर्मचारी संघ पहली बार किसी कर्मचारी के पिटाई पर चुप्पी साधे हुए हैं. इससे पहले जब-जब किसी कर्मी के साथ मारपीट व दुर्व्यवहार की घटना घटी, तब संघ उग्र होकर अपनी एकजुटता का प्रदर्शन किया. डीओ ऑफिस के कर्मचारी के साथ हुई घटना को लेकर संघ का जो अक्रामक रूप दिखना चाहिए. वह फिलहाल नहीं दिख रहा है. हालांकि, संच के सचिव गौरव कुमार का कहना हैं कि उन्हें जब इसकी सूचना मिली, तब वीसी से मिल कर इस मुद्दे पर बातचीत की है. वीसी ने कहा कि जल्द ही जिला व पुलिस प्रशासन के साथ बैठक कर सुरक्षा के मुद्दा पर विचार-विमर्श की जायेगी. सोमवार को संघ के कार्यकारिणी की बैठक बुलायी गयी है. इसके बाद आगे को कोई निर्णय होगा.
डीओ पर लगाया साजिश करने का आरोप
आरोपित छात्र नेता राघव कुमार मणि ने इस तरह की घटना से साफ इनकार किया है. उन्होंने कहा कि उसे बदनाम करने के लिए इस तरह का आरोप लगाया गया है. जबकि, कंचन व विक्की का कहना है कि उसने डीओ कल्याण झा व पूर्व वीसी डॉ पंडित पलांडे पर दर्जनों आरटीआइ डाल रखा है. जिसकी सूचना उन्हें आज तक नहीं मिली. मार्च में लगातार इसकी सुनवाई राज्य सूचना आयोग में होनेवाली है. वीसी भी बदले जा चुके हैं. इसी बात से डीओ परेशान होकर कर्मचारी के साथ मारपीट करने का आरोप लगा थाने में एफआइआर दर्ज करा रहे हैं.
दो दिनों से चल रहा था विवाद : डीओ ऑफिस में कार्यरत कर्मचारी संजीव के साथ दो दिनों से छात्रों का विवाद चल रहा था. बुधवार की दोपहर भी कुछ छात्र डीओ ऑफिस पहुंच संजीव को बगल के आइक्यूएसी के कमरा को खोलने को कहा था. संजीव ने बिना अधिकारी के अनुमति लिये कमरा खोलने से इनकार कर दिया था. हालांकि, बाद में डीओ से मोबाइल पर संजीव बात कर कमरा खोल दिया था. संजीव ने बताया कि इसी मुद्दा को लेकर गुरुवार को फिर छात्र पहुंचे थे. मारपीट करनेवाले छात्रों का कहना था कि जब हम बोले, तब तुम कमरा नहीं खोला और डीओ के कहने पर कमरा खोला. इसी का नतीजा है कि हमलोगों को तुम्हें पिटाई करना पड़ रहा है.
कर्मी के साथ पिटाई की सूचना मिली है. यह बहुत ही गंभीर विषय है. कैंपस में कुछ ऐसे छात्र हैं, जो अपना दादागीरी जमाना चाह रहे हैं. इस तरह की स्थिति कायम रहती है, तब विवि में पठन-पाठन व एकेडमिक कार्य सही से नहीं हो पायेगा. हम जल्द ही इस पर ठोस निर्णय लेंगे.
डॉ रवींद्र कुमार वर्मा ‘रवि’, वीसी बीआरए बिहार विवि