मुजफ्फरपुर: अगर आप एक जिम्मेवार नागरिक की तरह निगम के बजट व शहर के विकास पर अपना सुझाव निगम कार्यालय में देना चाहते हैं तो पहले आपको कई परीक्षाओं के दौर से गुजरना होगा. नगर निगम ने सरकार के आदेश पर तो शहरवासियों ने सुझाव मांग लिया लेकिन इसके लिए किसी प्रक्रिया के तहत काम करना उचित नहीं समझा. नतीजा यह है कि बुधवार को कई लोग अपना सुझाव तो देना चाहे पर कार्यालय में इसके बारे में जानकारी लेने में ही समय निकल गया. इसमें कई गड़बड़ियां भी सामने आयी है.
मेल व हेल्प लाइन नंबर नहीं
निगम की ओर से सुझाव के लिए कोई हेल्प लाइन नंबर या ई मेल आइडी भी नहीं जारी किया गया है. ताकि लोग घर बैठे अपना सुझाव दे सकें. इंटरनेट के युग में कई लोग अपने घर बैठे ही सुझाव देना चाहते हैं लेकिन उनके सामने सबसे बड़ी समस्या निगम के मेल की जानकारी नहीं होना है.
किसी कोषांग का गठन नहीं
नगर निगम प्रशासन ने शहर के लोगों से बजट पर सुझाव मांगा है. लेकिन इसके लिए निगम में कोई विशेष व्यवस्था नहीं की गयी है. सुझाव जमा करने के लिए निगम कार्यालय में कोई कोषांग भी नहीं खोला गया है जहां पर शहरवासी पहुंच कर अपना सुझाव दे सके.
ड्रॉप बॉक्स नहीं
शहरवासियों का सुझाव लेने के लिए निगम कार्यालय में ड्रॉप बॉक्स भी नहीं लगाया गया है. जहां पर कोई अपना सुझाव लिख डाक सके. लोगों को सुझाव देने के लिए विभाग का चक्कर लगाना पड़ता है. ड्रॉप बॉक्स होने से लोगों को सुझाव देने में काफी सहूलियत होती है.
जलजमाव का सामना
निगम कार्यालय में पहुंचने के लिए कचहरी रोड व स्टेशन रोड में बह रहे नाले के पानी व गंदगी से जूझना पड़ेगा. इन बाधाओं को पार कर अगर आप निगम कार्यालय पहुंच भी गये तो उसके बाद अपना सुझाव देने के लिए कई विभागों का चक्कर भी लगाना पड़ सकता है. बुधवार को कुछ लोग अपना सुझाव देने के लिए निगम कार्यालय आये थे. लेकिन, उन्हें ठीक से यह जानकारी भी नहीं दी जा रही थी कि उनका सुझाव पत्र कहां जमा होगा.