साथ ही उन्होंने राज्यपाल, उप मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री को शिकायत भेजा है. आरोप लगाया है कि फिजिक्स के शिक्षकों के प्रोमोशन मामले में धांधली बरती गई है.
उन्होंने सेलेक्शन कमेटी के विशेषज्ञों पर भी सवाल खड़े किये हैं. कहा कि आंतरिक विषय विशेषज्ञ को शामिल किया गया वे महज छह साल पहले कॉलेज में प्राचार्य के पद बहाल हुए. जबकि यह प्रमोशन रीडर से प्रोफेसर के पद पर देना था. उन्होंने कुलपति से मांग की है कि सेलेक्शन कमेटी की ओर से प्रोफेसर के पद पर किये गये अनुशंसा को रद्द करते हुए सेलेक्शन कमेटी का गठन कर प्रक्रिया शुरू की जाये.