* मनरेगा में गड़बड़ी का मामला
मुजफ्फरपुर : मनरेगा में अनियमितता बरतने पर पारू प्रखंड के कनीय अभियंता आलोक कुमार व पंचायत रोजगार सेवक को उपविकास आयुक्त प्रणव कुमार ने सेवा से बरखास्त कर दिया है. जांच में कनीय अभियंता को मॉडल डीपीआर में ट्रैक्टर से मिट्टी भराई कराने के मामले में दोषी पाया गया है. वहीं, पंचायत रोजगार सेवक वाल्मीकि यादव पर योजना की राशि की निकासी अपने नाम से करने का आरोप है.
जानकारी के अनुसार, रोजगार सेवक ने नियम को ताक पर रख करीब पांच लाख रुपये की नकद राशि अपने नाम से निकाल ली. जबकि नकद राशि निकासी का प्रावधान ही नहीं है. बता दें कि 19 नवंबर 2012 को पंचायत के मनरेगा कार्य की जांच की गयी थी. इसमें भारी अनियमितता सामने आयी थी. इसके बाद जांच अधिकारी सह वरीय उपसमाहर्ता मनोज रजक ने कार्रवाई की अनुशंसा की थी.
* 15 पीआरएस हो चुके हैं बरखास्त
मनरेगा में गड़बड़ी के मामले में पूर्व में एक अभियंता सहित 15 पीआरएस व दो पीटीए बरखास्त किये जा चुके हैं. वहीं, 14 कर्मियों पर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. अधिकांश मामले राशि उपलब्ध रहने बावजूद मनरेगा में कार्य नहीं होने, गुणवत्ता की कमी, मजदूरी भुगतान लंबित रखने व डाटा इंट्री नहीं किये जाने से संबंधित थे.
* मिट्टी भराई कराने के मामले में पाया दोषी
* पंचायत रोजगार सचिव पर भी गिरी गाज
* जांच में सामने आयी अनियमितत