मुजफ्फरपुर: भाकपा के बिहार बंद के दौरान कार्यकर्ताओं ने माड़ीपुर बिजली ऑफिस में जम कर हंगामा किया. कंपनी के बैनर को आग के हवाले कर दिया. तोड़फोड़ कर कार्यालय में ताला जड़ दिया. कार्यालय परिसर में ही भाकपा कार्यकर्ताओं की सभा भी हुई. इस दौरान कर्मचारी ऑफिस में ही नजरबंद रहे.
कार्यालय बंद करने के बाद सीपीआइ सचिव अजय कुमार सिंह ने सभा को संबोधित करते हुए कहा, बिजली कंपनी की मनमानी से लोग परेशान हैं. इसको लेकर पूरे बिहार में शनिवार को सीपीआइ ने बंदी का एलान किया था. निजी कंपनी एस्सेल मनमाना बिल भेज रही है. एक कनेक्शन लेने के लिए कई चक्कर काटने पड़ रहे हैं. गलत बिल सुधारने में लोगों की हालत खराब हो जाती है.
गरीबों को कनेक्शन मिलता ही नहीं है. गांवों में बिजली की स्थिति बदतर है. जले ट्रांसफॉर्मर को बदलने के लिए बिना पैसा दिये काम नहीं होता. उन्होंने कहा, प्रदर्शन के दौरान कुछ लोगों ने कंपनी का बोर्ड तोड़ दिया. सभा को चंदेश्वर चौधरी, विद्या सिंह, रामचंद्र बैठा, राम बालक महतो, शत्रुघ्न पांडे आदि ने संबोधित किया.
कार्यालय में कैद हुए कर्मी : प्रदर्शन करने पहुंचे सीपीआइ कार्यकर्ताओं ने एस्सेल के कर्मियों को कार्यालय में कैद होने पर मजबूर कर दिया. उनका हंगामा देख कर्मियों ने खुद गेट को लॉक कर अंदर कैद हो गये. इसी बीच, कंपनी में कार्यरत महिला कर्मी ने घर वालों को फोन किया. परिजन वहां पहुंचे, लेकिन भीड़ देख उन्हें अंदर जाने की हिम्मत नहीं हो रही थी. वहीं, मौके पर पहुंची पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से कर्मियों को जाने को कहा. सीपीआइ सचिव के कहने के बाद महिला व पुरुष कर्मी बाहर निकले. वहीं काम से आये लोगों को निराश लौटना पड़ा.