सीएम नीतीश कुमार की पूर्ण शराबबंदी की घाेषणा से लोगों के चेहरे खिल उठे. घोषणा के बाद शहर में खुली विदेशी शराब की दुकानों में ताला लटक गया. जश्न का माहौल बन गया. इस फैसले काे अच्छाइयों की जीत बताया गया. लोगों ने कहा, शहर से गांव तक नशामुक्त समाज का निर्माण होगा. बड़ी संख्या में महिलाओं ने मंदिरों पूजा की और बिहार को नशा से दूर रहने की कामना की. मुसलिम समुदाय के लोगों ने भी अल्लाह से नशामुक्त समाज के लिए इबादत की. शहर से लेकर गांव तक लोगों ने रंग-गुलाल उड़ाये.
मुजफ्फरपुर: राज्य कैबिनेट का फैसले आने के साथ ही शराब की दुकानों के शटर गिर गये. अचानक शराब दुकान का शटर गिरने से शराब लेने के लिए लाइन में खड़े शराब के शौकीन लोग हंगामा करने लगे. विवरेज के कर्मचारियों ने इसकी सूचना वरीय अधिकारी को दी. इसके बाद ब्रह्मपुरा चौक व अखाड़ाघाट रोड में खुली शराब की दो दुकानों पर पुलिस की तैनात कर दी गयी. पुलिस ने शराब दुकान पर हंगामा कर रहे लोगों को समझाया कि सरकार की ओर से पूर्ण शराबबंदी कर दी गयी है. इसके बाद लोग शांत हुए.
दुकानों में आपूर्ति को जा रही शराब वापस. बुधवार को शहर में शराब की पांच और दुकानें खुलने वाली थी. लेकिन कैबिनेट के फैसले के बाद इन दुकानों में शराब की आपूर्ति के लिए गोदाम से निकली गाड़ी को वापस बुला लिया गया. दोपहर करीब दो बजे उत्पाद अधीक्षक अमित कुमार दादर कोल्हुआ स्थित बिहार स्टेट विवरेज के गोदाम पहुंचे. गोदाम का निरीक्षण करने के बाद गोदाम में रखी शराब को सील करने का निर्देश गोदाम इंचार्ज को दिया.
साथ ही गोदाम इंचार्ज को गोदाम में रखी शराब के स्टॉक को मिला उसकी रिपोर्ट तैयार करने को कहा. उत्पाद अधीक्षक ने कहा कि सभी दुकानों व गोदाम को बंद करा दिया गया है. गोदाम में जो शराब की स्टॉक है, उसे मिलाया जा रहा है. सरकार के निर्देश के अनुसार आगे की कार्रवाई की जायेगी. इधर, गोदाम पर शराब को लेकर हंगामे की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने सशस्त्र बल के साथ दो दंडाधिकारियों को प्रतिनियुक्त कर दिया है. ये हैं जिला सहायक सांख्यिकी पदाधिकारी भूपेंद्र नारायण सिंह व मलेरिया निरीक्षक वशिष्ठ कुमार. इनकी नियुक्ति अगले तक जारी रहेगी.इधर, शराब से लदी जो ट्रक पिछले 15 दिनों से गोदाम के पास खड़ी थी, उसे भी गोदाम के अंदर कर लिया गया. ट्रक चालक को अगले आदेश तक ट्रक से माल नहीं उतारने व खड़ी नहीं ले जाने का निर्देश दिया गया है.