मुजफ्फरपुर: मड़वन प्रखंड के रक्सा पंचायत की पूर्व मुखिया मालती पर निगरानी का शिकंजा कस गया है. उनके खिलाफ पटना स्थित निगरानी थाने में आय से अधिक संपत्ति अजिर्त करने की प्राथमिकी दर्ज की गयी है. मुजफ्फरपुर निगरानी एसपी कार्यालय में कार्यरत इंस्पेक्टर सुबोध तिवारी के बयान पर मामला दर्ज किया गया है.
बताया जाता है कि जून 2006 से मई 2011 तक रक्सा पंचायत के मुखिया थी. जांच के दौरान पाया गया कि पांच साल के कार्यकाल के दौरान मुखिया ने 25,65,920 रुपये की संपत्ति अवैध तरीके से अजिर्त की है. जांच के दौरान मामला सत्य पाने पर उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज की गयी है. मालती देवी के खिलाफ सीएम को भी मनरेगा योजना में गड़बड़ी करने की शिकायत दर्ज करायी गयी थी. सीएम के सेवा यात्र के दौरान शिकायत करने पर पूरे मामले की जांच निगरानी को सौंपी गयी थी. उन पर करोड़ों रुपये के घोटाला करने का आरोप लगाया गया था. प्राथमिकी दर्ज होने के बाद सोमवार को एफआइआइ की कॉपी निगरानी कोर्ट में जमा की गयी है.
पूर्व मुखिया पर प्राथमिकी
निगरानी थाना पटना में सरैया प्रखंड के गोपी धनवत पंचायत के पूर्व मुखिया रविंद्र पासवान सहित चार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. निगरानी इंस्पेक्टर अंजनी कुमार के बयान पर मामला दर्ज किया गया है. तत्कालीन मुखिया रविंद्र पासवान, पंचायत सचिव विश्वनाथ भगत, हल्का कर्मचारी सकलदेव पासवान, रतनपुर निवासी देवेंद्र ठाकुर पर फसल क्षतिपूर्ति योजना के तहत लाभ लेने के लिए फर्जी तरीके से एलपीसी तैयार करने का मामला सत्य पाया गया है. इन पर फसल क्षतिपूर्ति योजना में धांधली करने का भी मामला सामने आया है. बताया जाता है कि इन सभी के खिलाफ पूर्व से ही निगरानी जांच कर रही थी. जांच के दौरान मामला सत्य पाये जाने पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
पीयर थानाध्यक्ष व सीओ पर मामला दर्ज
सीजेएम कोर्ट में सोमवार को पीयर थाना क्षेत्र के सुंदरपुर रतवारा निवासी मो सुलेमान अंसारी ने बंदरा के सीओ इंद्रा रानी व पीयर थानाध्यक्ष मंजू सिन्हा के खिलाफ मामला दर्ज कराया है. सुलेमान का आरोप है कि 31 अक्तुबर को भूमि विवाद के मामले में सीओ के आदेश पर उसकी चाहरदीवारी तोड़ दी गयी थी. वही थानाध्यक्ष ने उसे नाजायज तरीके से हिरासत में रखा था.