मुजफ्फरपुर: छात्र नेता शमीम खान की हत्या के बाद अनिल ओझा अपने साथियों के साथ कम्युनिटी हॉल गया था. वहां पर जिंदा कारतूस सहित अन्य सामान को छिपाने के बाद सभी फरार हुए थे. कम्युनिटी हॉल से बरामद जिंदा कारतूस मामले में दर्ज प्राथमिकी की पर्यवेक्षण रिपोर्ट से मामले का खुलासा हुआ है. कम्युनिटी हॉल में छापेमारी के बाद विवि थानाध्यक्ष राम बालक यादव के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गयी थी.
नगर डीएसपी उपेंद्र कुमार ने अनिल ओझा, संगीता ओझा, राम कुमार, शिवेंद्र पराशर व शंभू सिंह के खिलाफ मामला सत्य पाते हुए इनकी गिरफ्तारी के आदेश दिये गये है. यहीं नहीं, नगर डीएसपी ने पर्यवेक्षण रिपोर्ट में जेल में बंद शिवेंदु को रिमांड पर लेकर पूछताछ करने का निर्देश आइओ राम बाबू राम को दिया है. छापेमारी के समय कम्युनिटी हॉल से बरामद विजय कुमार के मतदाता पहचान पत्र व नंद किशोर सिंह के जमीन के कागजात की छानबीन करने को कहा है. रिपोर्ट में बताया गया है कि घटना के बाद कम्युनिटी हॉल में रखे भगवान के मूर्ति के पीछे सामान को छिपाया गया था. इधर, रिपोर्ट जारी होने के बाद अनिल ओझा की पत्नी संगीता पर भी पुलिस का शिकंजा कस गया है. उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.
उसके नाम से ही कम्युनिटी हॉल का विवि ने आवंटन किया था. यहां बता दें कि 8 अगस्त को अंचल निरीक्षक मुशहरी रंभू ठाकुर व नगर डीएसपी उपेंद्र प्रसाद के नेतृत्व में काजी मोहम्मदपुर थाना व विवि पुलिस ने विवि कम्युनिटी हॉल व ऑडिटोरियम में तलाशी ली थी. तलाशी के दौरान पुलिस को आर्म्स का एक लाइसेंस मिला था. सिंगल बैरल बंदूक का यह लाइसेंस छपरा जिला के शंभु सिंह के नाम का था. कमरे के अंदर दो .315 बोर की गोलियां सहित सात बियर की बोतलें व एक खाली शराब की बोतल की बरामदगी की गयी थी.