मुजफ्फरपुर: भोला सिंह की हत्या की जिम्मेवारी वैशाली-मुजफ्फरपुर सब जोनल कमेटी भाकपा माओवादी के सचिव सुमित ने ली है. प्रभात खबर के कार्यालय में फोन कर कहा कि 26 जुलाई को हमारे पीएलजीए जन मुक्ति छापा मार सेना ने चरम प्रक्रिया वादी तानाशाह जदयू कार्यकर्ता भोला सिंह का सफाया किया है. भोला सिंह जदयू विधायक राजू सिंह के संरक्षण में रह कर व्यवसायी, आंगनबाड़ी, डीलर, मत्स्य विभाग, पंचायत व प्रखंड के विकास का पैसा का बंदरबांट करते थे. जनता की गाढ़ी कमाई के पैसों को लूट कर अय्याशी की जिंदगी जी रहे थे.
विधायक व उनके गुर्गो के साथ मिल कर इलाके के स्वर्ण जाति के लोगों व मेहनत कश जनता के महिलाओं का जबरन यौन शोषण करते थे. अपने राजनैतिक विरोधियों को फर्जी मुकदमे में फंसा कर जेल भेजवा देना आम बात थी. दो-तीन वर्ष पूर्व अपने विरोधी चांद केमारी रामलीला गाछी के छठू राय को देवरिया थाने के अनाधिकृत लोगों से मिल कर जिंदा जलवा दिया था. पार्टी के कार्यकर्ता को तोड़फोड़, मारपीट करना आम बात थी. इस हत्याकांड में थानाध्यक्ष की संलिप्तता से भी इनकार किया गया है.
वही कहा कि संगठन के विस्तार में बाधा उत्पन्न करना, संगठन के जुड़ने वालों को गलत तरीके से फंसा देना उनका काम था. 28 जुलाई से 3 अगस्त तक राष्ट्रीय शहादत दिवस पर मशाल जुलूस, प्रभात फेरी, शहीद मेला का आयोजन किया जा रहा है. आम जनता के साथ-साथ मजदूर, किसान, छात्र, नौजवान, बुद्धिजीवी से अपील है कि वे मेला में भाग ले. सामंतवाद, साम्राज्यवाद, दलाल, पूंजीवाद, के खिलाफ सशस्त्र आंदोलन में शामिल हो. ऑपरेशन ग्रीन हंट का मुंह तोड़ जवाब दे. जनवादी क्रांति को सफल बनाने के लिए पार्टी, संयुक्त मोरचा में शामिल हो.
डीएसपी ने चलाया सर्च अभियान
भोला सिंह की हत्या को लेकर पश्चिमी डीएसपी अजय कुमार ने सशस्त्र बल के साथ देवरिया थाना के पश्चिमी क्षेत्र में सर्च अभियान चलाया. इस दौरान उन्होंने मोहब्बतपुर ,लखनौरी, रामलीला गाछी, धरफरी में कॉबिंग ऑपरेशन चलाया. हालांकि इस दौरान किसी की गिरफ्तारी की सूचना नहीं है. अभियान में पारू,देवरिया, सरैया, साहेबगंज थाना पुलिस समेत जिला एसटीएफ भी शामिल थी.
खुल गयी दुकानें
विधायक प्रतिनिधि भोला सिंह के हत्या के विरोध में बंद दुकानें रविवार को खुल गयी. बाजार में पूर्व दिन की भांति चहल-पहल नजर आ रही थी. नवनियुक्त थानाध्यक्ष जीबी प्रिंस खुद सैप बल के साथ बाजार में गश्ती करते नजर आये.