उन्होंने कहा कि नगर निगम में जांच होने तक मिनी पंप लगाने पर रोक लगी है, लेकिन रातोंरात पंप लगा कर राशि का भुगतान किया जा रहा है. वार्ड संख्या 41 व 44 में पंप लगाया गया है. दोनों पंप लगाने के एवज में अकाउंट शाखा ने कनीय अभियंता भरतलाल चौधरी के नाम पर 5.75 लाख व 5.69 लाख रुपये का भुगतान किया गया है.
डिप्टी मेयर ने नगर विकास एवं आवास विभाग के मंत्री व प्रधान सचिव को भी पत्र भेजा है. साथ ही उन्होंने नगर आयुक्त से मामले में स्पष्ट प्रतिवेदन देने को कहा है. इधर, जलापूर्ति शाखा के अधिकारी व कर्मचारी इस मामले से पल्ला झाड़ लिया.