मुंगेर : बिहार के मुंगेर में डीआईजी मनु महाराज ने मंगलवार को अपने ही मातहत काम करने वाले दो पुलिसकर्मियों के विरुद्ध बड़ी कार्रवाई की. उन्होंने रिश्वत मांगने के आरोप में न सिर्फ अपने कार्यालय में कार्यरत मुंशी एवं सिपाही को गिरफ्तार कर जेल भेजवा दिया. बल्कि आम लोगों को भी यह सूचित किया कि रिश्वत मांगने वाले पुलिसकर्मियों की सूचना उन्हें अवश्य दें. डीआईजी के इस कार्रवाई से भ्रष्ट पुलिस पदाधिकारी एवं जवानों में हड़कंप मच गया है.
बताया जाता है कि डीआईजी मनु महाराज के पास एक व्यक्ति आया और कहा कि उनके कार्यालय में कार्यरत मुंशी और एक सिपाही एक मामले के निष्पादन कराने के नाम पर रिश्वत की मांग कर रहे हैं. इस मामले का निष्पादन डीआईजी द्वारा ही किया जाना था. व्यक्ति की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए डीआईजी ने गुप्त तरीके से मामले का जांच किया. प्रथम दृष्टया जांच में मामला सत्य पाया गया. तत्काल उन्होंने कोतवाली थाना पुलिस को बुलवाया और अपने ही कार्यालय में कार्यरत मुंशी कुणाल कुमार एवं सिपाही सुजीत कुमार को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया. कोतवाली पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर थाना लाया और कोतवाली थाना में मामला दर्ज कर न्यायालय में उपस्थापन के बाद जेल भेज दिया गया.
डीआईजी के इस निर्णय के बाद भ्रष्टाचार में संलिप्त पुलिसकर्मियों में हड़कंप मच गया है. विदित हो कि इससे पूर्व भी शराब के नशे में धुत कई पुलिसकर्मियों कोगिरफ्तारकर डीआइजी द्वारा जेल भेजा गया था. जबकि, कोतवाली थाना में चरित्र प्रमाण पत्र के नाम पर पैसा वसूली करते वीडियो वायरल होने पर एक दारोगा को भी जेल भेजा गया था.
डीआईजी ने कहा मांगे कोई रिश्वत तो दें सूचना
डीआईजी मनु महाराज ने एक अपील भी जारी किया है. उन्होंने कहा कि अगर किसी भी प्रकार की कार्यालय कर्मी द्वारा रुपये की मांग की जाती है तो उसकी जानकारी व्हाट्सऐप पर उन्हें दें. उन्होंने अपना मोबाइल नंबर 9431822965 जारी करते हुए उस पर सूचना देने को कहा है. ताकि ऐसे कर्मी को चिह्नित कर उस पर कार्रवाई की जाय. उन्होंने भ्रष्टाचार में संलिप्त पुलिस पदाधिकारियों एवं जवानों से भी अपील किया कि वे ऐसे काम से अपने को रोक लें. नहीं तो कानूनी कार्रवाई के साथ ही विभागीय कार्रवाई करते हुए नौकरी चली जायेगी.