– कजरा क्षेत्र के अरमा गांव स्थित पंचायत भवन बूथ संख्या-146, श्रीघना बूथ संख्या-184, बूथ संख्या-193 पर तकनीकी समस्या के कारण आधा घंटा देर से शुरू हुआ मतदान
– कई मतदान केंद्र पर नहीं थी धूप से राहत की व्यवस्था, मजबूरन मतदाताओं ने चिलचिलाती धूप में खड़े होकर करना पड़ा अपनी बारी का इंतजार
– शांतिपूर्ण ढंग से मतदान कराने के लिए मुंगेर प्रक्षेत्र डीआईजी मनु महाराज ने किया नक्सल प्रभावित बूथों का निरीक्षण
– डीआईजी ने कहा नक्सल प्रभावित क्षेत्र में भयमुक्त, निष्पक्ष व शांतिपूर्ण ढंग से मतदान करना था चुनौती
मुंगेर (कजरा, प्रतिनिधि) : चौथे चरण में मुंगेर लोकसभा क्षेत्र के नक्सल प्रभावित कजरा व पीरी बाजार थाना क्षेत्र में शांतिपूर्ण ढंग से लोकतंत्र का महापर्व संपन्न हुआ. अरमा गांव स्थित पंचायत भवन बूथ संख्या-146, श्रीघना बूथ संख्या-184, पूनाडीह बूथ संख्या-193 पर ईवीएम में तकनीकी समस्या के कारण आधा घंटा देर से शुरू हुआ. अरमा बूथ संख्या-146 पर पीठासीन पदाधिकारी द्वारा अंदर में गड़बड़ी करने के आरोप में मतदाताओं नें पुलिस पदाधिकारी को आग्रह कर कमरे से बाहर बैठाया गया.
वहीं, कई बूथों पर धूप से बचाव के लिए कोई व्यवस्था नहीं दिखी. मध्य विद्यालय शिवडीह बूथ संख्या- 146 व मध्य विद्यालय लहसोरबा बूथ संख्या- 172, प्राथमिक विद्यालय कजरा बूथ संख्या-181 धूप से बचाव की व्यवस्था नहीं रहने के कारण मतदाताओं को चिलचिलाती धूप में ही खड़े रहकर मतदान करना पड़ा. आदिवासी समाज के दर्जनों मतदाताओं ने बताया कि वे लोग लगभग 10 किलोमीटर दूर दो पहाड़ पार कर वोट देने के लिए बूथ पर आये, लेकिन यहां भी उन लोगों के लिए धूप से बचने तक की व्यवस्था नहीं थी.
भयमुक्त, निष्पक्ष, स्वच्छ व शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव कराने के लिए डीआईजी ने किया नक्सल प्रभावित क्षेत्र के कई बूथों का निरीक्षण
लोकतंत्र के महापर्व को भयमुक्त, निष्पक्ष, स्वच्छ व शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए खुद मुंगेर प्रक्षेत्र डीआईजी मनु महाराज ने नक्सल प्रभावित कजरा व पीरी बाजार थाना क्षेत्र के पहाडी क्षेत्र के लहसोरबा, खुदीबन, कजरा के मध्य विद्यालय माधोपुर, पंचायत भवन अरमा सहित कई बूथों पर पहुंचे और मॉनेटरिंग करते दिखे. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के महापर्व को भयमुक्त व शांतिपूर्ण ढंग से मनाने के लिए सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की गयी है.
नक्सल प्रभावित क्षेत्र में पुलिस दिखी चौकस
नक्सल प्रभावित कजरा व पीरी बाजार क्षेत्र में लोकसभा चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से कराने के लिए पूरा इलाका का बूथ पुलिस छावनी में तब्दील दिखी. खासकर जंगल जाने वाले रास्ते में आवागमन करने वाले लोगों पर पुलिस की पैनी नजर थी. पीरी बाजार थानाध्यक्ष गजेंद्र कुमार लगातार लगातार अपने क्षेत्र के बूथों पर भ्रमण करते रहे और स्थिति की जानकारी लेते रहे.
आदिवासी समुदाय के लोगों में दिखा उत्साह
नक्सल प्रभावित कजरा व पीरी बाजार थाना क्षेत्र के दर्जन भर से अधिक आदिवासी समाज के लोगों में मतदान के प्रति उत्साह देखा गया. सुबह से ही जंगल व पहाड़ से बाहर निकलकर भारी संख्या में आदिवासी समाज के लोगों ने अपना मतदान किया. साधन व संसाधन के अभाव में भी आदिवासियों का उत्साह दिखते ही बन रहा था.
पी-टू ऑफिसर रात से ही रहे बिना सूचना के गायब
चौथे चरण में मतदान कराने आए नक्सल प्रभावित कजरा थाना क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय रामतलीगंज बूथ संख्या-180 का पी-टू ऑफिसर संजय चौधरी बूथ पर पहुंचकर बिना सूचना के रात लगभग 9 बजे से गायब बताये जा रहे है. पीठासीन पदाधिकारी संजय बिहारी पंडित ने बताया कि वे लोग सभी कर्मी एक साथ लखीसराय बाजार समिति से रवाना हुए और अपना बूथ संख्या-180 पर पहुंचे लेकिन पी-टू संजय चौधरी बिना किसी सूचना के रात से ही गायब हो गये. जिसकी सूचना अनुमंडलाधिकारी मुरलीधर प्रसाद एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी सूर्यगढ़ा अभिषेक कुमार प्रभाकर को दिया गया है. सूचना मिलते ही प्रखंड मुख्यालय में रिजर्व में रहे पी-टू पदाधिकारी मुकेश कुमार को बूथ पर भेजा गया.