Motihari: साइबर गिरोह के पांच बदमाश गिरफ्तार, 30 लाख कैश, हथियार व कारतूस जब्त

पुलिस ने अंतर्राज्यीय साइबर गिरोह के पांच बदमशाों को गिरफ्तार कर एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया है.

By SATENDRA PRASAD SAT | June 16, 2025 10:22 PM

Motihari: मोतिहारी. पुलिस ने अंतर्राज्यीय साइबर गिरोह के पांच बदमशाों को गिरफ्तार कर एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया है. उनके पास से 30 लाख कैश, रुपये गिनने वाली तीन मशीनें, दो देसी पिस्टल, 13 गोली, 24 मोबाइल, सात लैपटॉप, दो टैब, 16 पासबुक, 49 एटीएम कार्ड, 37 चेकबुक, दो लग्जरी गाड़ियों के अलावा एक महत्वपूर्ण डायरी बरामद हुई है. साइबर थाने के डीएसपी अभिनव पराशर ने सोमवार को प्रेसवार्ता में इसकी जानकारी दी.

उन्होंने बताया कि गिरफ्तार बदमाशों में शहर के चांदमारी मोहल्ले का सुमित सौरभ, रघुनाथपुर का संजीव कुमार, सुनील श्रीवास्तव, शहर के राजाबाजार का दिपांशु पांडेय व पश्चिमी चंपारण के मझौलिया घोड़ा सेमरा का पप्पू कुमार शामिल है. उन्होंने बताया कि पकड़े गये सभी बदमाश विभिन्न राज्यों से साइबर फ्रॉड के माध्यम से अर्जित कालेधन को सफेद करने में लगे थे. यह गिरोह कमीशन की लालच देकर नवयुवकों के बैंक एकाउंट का इस्तेमाल करता था. उनके अकाउंट से पैसा निकाल यूएसडीटी व क्रिप्टोकरेंसी में इन्वेस्ट कर काले धन को सफेद करते थे.

उन्होंने बताया कि बदमाशों के पास से बरामद एक डायरी में करोड़ाें के लेनदेन के साथ फ्रॉड करने के तरीके व दैनिक लेखा-जोखा अंकित है. पकड़े गये बदमाशों में एक काे छोड़ सभी की उम्र 25-30 के बीच है. पूछताछ के दौरान बदमाशों ने साइबर क्राइम में अपनी संलिप्तता स्वीकारी है. गिरोह के मास्टर माइंड दिल्ली में बैठे तीन व रघुनाथपुर के एक बदमाश के नाम का भी खुलासा किया है. उसके आधार पर उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. इस गिरोह से दो सौ के आसपास नौजवान जुड़े हैं. सभी की उम्र 20-25 के आसपास है. छापेमारी में साइबर डीएसपी अभिनव पराशर, दारोगा मनीष कुमार, राजीव सिन्हा, नवीन कुमार, मुमताज आलम, सब इंस्पेक्टर सौरभ कुमार आदाज, शिवम सिंह, प्रियंका कुमारी सहित सशस्त्र बल शामिल थे.

दिल्ली में बैठा आयुष, यश व अंश गिरोह को करते है हैंडिल, रघुनाथपुर का सत्यम जिले का है बॉस

मोतिहारी . दिल्ली में रहने वाला आयुष, यश व अंश नाम के तीनों युवक साइबर गिरोह के हैंडलर हैं. तीनों मूलत पूर्वी चंपारण के ही रहने वाले हैं. बंजरिया के अम्बिका नगर में इनका मकान है. उनके इशारे पर रघुनाथपुर का सत्यम सौरभ गिरोह का संचालन करता है. एक तरह से कहा जाये, तो सत्यम जिले का बॉस है. उसके घर से जो डायरी मिली है, उसमें उसके कारनामे का पूरा ब्योरा अंकित है. वह पैसे की हनक में कानून को भी कुछ नहीं समझता.

पुलिस ने गिरफ्तार एक बदमाश से सत्यम की बात करायी, तो उसने साफ कहा कि घबराओ मत, सब मैनेज हो जायेगा. साइबर डीएसपी अभिनव पराशर ने बताया कि कैश और डायरी के अलावा अन्य आपत्तिजनक सामान सत्यम के घर से ही मिले हैं. सत्यम का डार्क वेब पर अकाउंट है. वह 2016 से साइबर अपराध को अंजाम दे रहा है. इसका प्रमाण उसके घर से बरामद डायरी से मिला है. डायरी में फ्रॉड करने से लेकर पैसे का पूरा हिसाब किताब है. उन्होंने बताया कि साइबर क्राइम में डिजिटल अरेस्ट, ब्लैकमेलिंग, धोखाधड़ी, पहचान की चोरी, हैकिंग के माध्यम से लोगों से ठगी करते थे.

सुमित साइबर फ्रॉड के पैसों को यूएसडीटी में करता था इस्तेमाल

पुलिस ने बताया कि चांदमारी से गिरफ्तार सुमित सौरभ साइबर अपराधियों के पैसे को यूएसडीटी में इस्तेमाल कर उसे सफेद बनाता था. उसके घर से भी नोट गिनने वाली मशीन मिली है. वह रामगढवा के सिघासनी गांव का रहने वाला है. उसके चांदमारी स्थित मकान में स्मार्ट क्लास चलता है. शक है कि स्मार्ट क्लास का इस्तेमाल डिजिटल अरेस्ट में किया जाता था. वहीं पर फर्जी कोर्ट बैठती थी.

मीना बाजार का दयाशंकर भी है मेंबर

शहर के मीना बाजार का रहने वाला दयाशंकर भी साइबर गिरोह का मेंबर है. वह साइबर क्राइम के माध्यम से अर्जित धनराशि को सफेद करता है. फिलहाल वह पुलिस की पकड़ से बाहर है. उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. इसके अलावा घोड़ासहन के जीओमार्ट का मालिक पुरूषोत्तम चौधरी और रघुनाथपुर का राजकिशोर भी साइबर अपराधियों के हैंडलर हैं.

प्रतिबिंब पोर्टल पर शिकायत मिलने के बाद हरकत में आयी पुलिस

बैंगलूरु की एक लड़की से 50 हजार का फ्रॉड हुआ. प्रतिबिंब पोर्टल पर शिकायत मिलने के बाद जिस खाते में पैसा ट्रांसफर हुआ था, उससे जुड़े मोबाइल नंबर की पड़ताल की गयी, तो वह मोतिहारी का निकला. उसके आधार पर सबसे पहले राजाबाजार से दिपांशु पांडेय को पकड़ा गया. पुलिस ने उसे छोटा-मोटा फ्रॉड समझा, लेकिन एक पुलिस वाले ने कहा कि यह हजारों में नहीं करोड़ों में खेलता है. यह बात सुनने के बाद दिपांशु का चेहरा लाल हो गया. सख्ती से पूछताछ की गयी, तो पूरे सिंडिकेट का खुलासा होते चला गया.

दोस्त की शादी में सत्यम ने थार पर बैठ उडाये थे 70 हजार रुपये

सत्यम ने दोस्त की शादी में 70 हजार का करेंसी नोट हवा में उड़ा दिया था. दोस्त की शादी रविवार को थी. सभी बैंक बंद थे. उसने डेढ लाख रुपये देकर 70 हजार का करेंसी नोट लिया था. उसके बाद थार गाड़ी के सनरूफ खोल कर उसने सारा पैसा हवा में उड़ा दिया था. पुलिस के हाथ लगे एक मोबाइल में नोट उड़ाते सत्यम का एक वीडियो मिला है.

ढाका एसबीआइ, चांदमारी, छतौनी के बैंकों से सबसे ज्यादा ट्रांजेक्शन

बदमाशों के पास से ढाका एसबीआइ की फर्जी मोहर मिली है. पुलिस का कहना है कि साइबर फ्रॉड से अर्जित धनराशि सबसे ज्यादा ढाका, चांदमारी, छतौनी के बैंकों में जमा होने के साथ ही निकला भी है. पुलिस के रडार पर बैंक कर्मी भी है. उनकी संलिप्तता का साक्ष्य पुलिस तलाश रही है. पुलिस को यह भी सूचना मिली है कि बैंक खुलने से पहले भी लग्जेरियस गाड़ियां आकर गेट पर लग जाती थीं.

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