उदासीनता. काॅलोनी में नाला का निर्माण नहीं होने से जलजमाव
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दूसरों को सुविधा देनेवाला खुद ही जूझ रहा परेशानी से
उदासीनता. काॅलोनी में नाला का निर्माण नहीं होने से जलजमाव मधुबनी : जिला में योजनाओं का लाभ दिलाने वाला पदाधिकारी आज खुद ही समस्याओं के भंवर जाल में फंसे हुए हैं. शहर के ऑफिसर कॉलोनी में लगभग एक दर्जन अधिकारी व जज रहते हैं. 1981 से 85 के बीच ऑफिसर कॉलोनी में प्रथम फेज में […]
मधुबनी : जिला में योजनाओं का लाभ दिलाने वाला पदाधिकारी आज खुद ही समस्याओं के भंवर जाल में फंसे हुए हैं. शहर के ऑफिसर कॉलोनी में लगभग एक दर्जन अधिकारी व जज रहते हैं. 1981 से 85 के बीच ऑफिसर कॉलोनी में प्रथम फेज में 30 क्वार्टर का निर्माण कराया गया था. 38 वर्ष पुराने भवन की ना तो रख रखाव की कोई खास व्यवस्था है ना काॅलोनी में पानी निकासी के लिए अभी तक नाला ही बन सका है .
इस वजह से पानी बहाव की समस्या बनी रहती है. सबसे ज्यादा परेशानी बरसात के समय में होता है. बरसात के पानी का निकासी नहीं होने के कारण शौचालय की टंकी तक में पानी घुस जाता है. पानी निकासी के लिए कॉलोनी में नाला की व्यवस्था नहीं होने से लोगों को काफी परेशानी होती है. वहीं, ऑफिसर कॉलोनी में सरकारी चापाकल नहीं रहने के कारण मुहल्ला में रह रहे लोगों को पानी के लिए भी काफी परेशानी होता है. इसके साथ ही सड़क का भी हाल बेहाल है.
खासकर बरसात में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. हल्की बारिश में भी लोगों को घर से निकलना दूभर हो जाता है.
सड़क नहीं रहने से होती है परेशानी
आॅफिसर कॉलोनी का मुख्य सड़क का निर्माण भवन बनने के समय में जो हुआ उसके बाद से अब तक इसकी मरम्मत नहीं करायी गयी है. स्थिति इतनी बदतर हो गयी है कि पैदल चलना भी मुश्किल है. सड़क के बीच में बने गड्डे में जब बरसात में पानी लगता है तो लोगों का घर से निकलना भी मुश्किल है.
पानी निकासी की नहीं है व्यवस्था
कहने के लिए इस काॅलोनी का नाम ऑफिसर कॉलोनी है. लेकिन व्यवस्था के नाम पर इस कॉलोनी में पानी निकासी के लिए अभी तक नाला का निर्माण नहीं हो पाया है. नाला निर्माण नहीं होने के कारण यहां साल भर पानी जमा रहता है. लोगों ने अपने घर के बगल में ही सोख्ता का निर्माण करा लिया है.
लेकिन बरसात में सोख्ता में पानी लग जाने के बाद लोगों को जल निकासी में काफी परेशानी होती है. इतना ही नहीं कई बार सोख्ता पर ढक्कन नहीं रहने से सोख्ता में जब कुत्ता या बिल्ली गिर जाती है ,तो दुर्गंध से लोगों को परेशानी होती है. जल निकासी को लेकर कोई व्यवस्था नहीं होने के कारण पिछले साल मुहल्ला वासी नप प्रशासन को आवेदन भी दिया था. लेकिन नप प्रशासन द्वारा भी अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है.
कहते हैं अधिकारी
इस बाबत जिला पदाधिकारी बताते हैं कि जल्द ही हर समस्या का निदान हो जायेगा. इसके लिये प्राथमिकता के तौर पर काम किया जायेगा.
37 वर्ष पूर्व हुआ था काॅलोनी का निर्माण
भवन का गिर रहा प्लास्टर
ऑफिसर कॉलोनी का निर्माण लगभग 37 वर्ष पूर्व हुआ था. निर्माण के बाद उसमें पदाधिकारी व कर्मियों को रहने की व्यवस्था की गयी. पर, समय के साथ भवन की मरम्मती का व्यवस्था सरकार द्वारा नहीं किया गया. पिछले साल आये भूकंप में कई भवन का प्लास्टर गिर गये.
भय से कई लोग महीनों तक अपने घर नहीं गये. जिला प्रशासन द्वारा भवन की मरम्मती के लिए भवन निर्माण विभाग को निर्देश भी दिया गया. भवन निर्माण विभाग द्वारा कुछ मकान की मरम्मत भी करायी गयी. लेकिन अभी भी दो दर्जन से ज्यादा भवन की हालत खराब है.
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