9.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

विभाग उदासीन. अमानक बटखरे से तौल

इलेक्ट्रॉनिक युग में ईंट पत्थर से वजन माप तौल विभाग की निष्क्रियता के कारण उपभोक्ता ठगे जा रहे हैं. शहर में आलम यह है कि विक्रेता द्वारा धड़ल्ले से माप तौल के लिए ईंट पत्थर का उपयोग किया जा रहा है. इसे बंद करने के लिए विभागीय मसला जो भी हो यह उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम […]

इलेक्ट्रॉनिक युग में ईंट पत्थर से वजन

माप तौल विभाग की निष्क्रियता के कारण उपभोक्ता ठगे जा रहे हैं. शहर में आलम यह है कि विक्रेता द्वारा धड़ल्ले से माप तौल के लिए ईंट पत्थर का उपयोग किया जा रहा है. इसे बंद करने के लिए विभागीय मसला जो भी हो यह उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम का दुरुपयोग हो रहा है.
मधुबनी : इलेक्ट्रानिक्स का जमाना है पर शहर में अभी भी पारंपरिक चीजों का ही उपयोग हो रहा है. अब शहरों में सामान के वजन जहां इलेक्ट्रानिक वेट मशीन का उपयोग मापने के लिए होता है. वहीं फुटकर विक्रेता ईंट या पत्थर का उपयोग को ही माप का मानक बनाकर सामान का वजन करते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि इसका उपयोग कर विक्रेता कम तौल देकर अच्छा मुनाफा कमा लेते हैं. एक ही वजन के लिए कई तरह के बटखरा का उपयोग भी धड़ल्ले से किया जाता है.
विक्रेता से मोल जोल करने पर कम वजन वाले मानक का उपयोग कर सामान दिया जाता है.अगर कोई सब्जी 30 रुपये किलो के भाव से बेची जा रही है और आप 25 रुपये किलो लेना चाहते हैं तो आपको बिना हिचक के आप को मिल जायेंगे. जिला में माप तौल विभाग भी कार्यरत हैं पर इसका काम सिर्फ कागजी तौर पर सिमट कर रह जाता है. बताया जा रहा है कि वजन के लिए गलत मानक उपयोग होने में विभागीय पदाधिकारी की सहमति रहती है. मामला जो भी हो इसे खेल में उपभोक्ता पीसे जा रहे हैं.
विरोध करने पर करते हैं हंगामा
इसे फुटकर विक्रेताओं की एकजुटता कहें या फिर प्रशासन की लापरवाही या विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत विभाग में शिकायत करने पर भी कोई कार्रवाई नहीं होती है. वहीं अगर उपभोक्ता ईंट- पत्थर से तौल का विरोध करें तो सभी विक्रेता मिलकर हल्ला मचाना शुरू करते हैं. यहां तक कि विक्रेताओं के साथ गाली गलौज भी करते हैं. अगर आप कमजोर हो गयें तो हाथा पाई तक पर उतारू हो जाते हैं.
कई तरह के बटखरों का उपयोग
बताया जा रहा है फल एवं सब्जी विक्रेता कई तरह के बटखेर का उपयोग करते हैं. माप तौल विभाग से सत्यापित बटखरा का शायद ही उपयोग करते हैं. प्रत्येक मानक बटखरे के लिए लोहा, पत्थर तथा ईंट का उपयोग होता है. उपभोक्ताओं की माने तो कई बार वजन में कमी का अंदेशा होता है तो घर जाकर इसका वजन करते हैं तो अमूमन एक किलो में 200 से 250 ग्राम वजन कम निकलता है.
क्या कहते हैं अधिकारी
माप तौल निरीक्षण पदाधिकारी अंजनी कुमार से मोबाइल पर संपर्क किया गया. पर मोबाइल पर घंटी होती रही. उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें