शंकरपुर : जिले के शंकरपुर थाना क्षेत्र की रामपुर लाही पंचायत के लाही गांव की गैंग रेप की पीड़ित विवाहित महिला ने पुलिस महानिदेशक को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगायी है. आवेदन में कहा है कि वह ननिहाल शंकरपुर थाना क्षेत्र के रामपुर लाही पंचायत के लाही गांव में रहती है. लेकिन, कांड के नामजद अभियुक्त अरविंद यादव समेत अन्य ने केस उठाने की बराबर धमकी दी जाती है. इसे लेकर स्थानीय थाना से भी अभियुक्त की गिरफ्तार के लिए गुहार लगायी गयी थी.
लेकिन शंकरपुर थानाध्यक्ष के द्वारा अभी तक कांड के नामजद अभियुक्त अरविंद यादव सहित अन्य की गिरफ्तारी नहीं होने के कारण सभी अभियुक्त गांव में खुलेआम घुम रहे हैं. यही नहीं वे सरेआम धमकी देकर केस नहीं करने पर जान से मारने की बात करते हैं.
थानाध्यक्ष पर पीड़िता ने लगाया गंभीर आरोप : पीड़िता ने डीजीपी को दिये आवेदन में कहा है कि घटना के दिन ग्रामीणों तथा स्थानीय प्रतिनिधि के द्वारा शंकरपुर थानाध्यक्ष अमित कुमार को सरकारी मोबाइल पर कॉल कर घटना की जानकारी दिया गया था. लेकिन थानाध्यक्ष के द्वारा बार-बार कहा जाता था कि सरपंच साहब मामला को सुलझा देंगे. यही कह कर ग्रामीणों एवं पीड़ित महिला को आश्वासन देता रहा और अपराधी अरविंद यादव से मेल जोल कर मामला को दबाने का भरसक प्रयास करता रहा.
54 दिन के बाद हुआ था मामला दर्ज : घटना के 54 दिन के बाद महिला थाना में लड़की के फर्द बयान के अनुसार कांड दर्ज किया गया था. पीड़िता ने महिला थाना में दिये फर्द बयान में कहा था कि उनकी उम्र 17 वर्ष है और में सुपौल जिला के त्रिवेणीगंज थाना क्षेत्र के शिवनगर की रहने वाली हूं. बचपन से ही अपने नाना के घर रामपुर लाही में रहती थी. बीते दुर्गा पूजा के नवमी के दिन शाम में लगभग छह बजे चचेरे भाई सुभाष यादव के साथ उनके साले मोनू कुमार यादव भी मेरे नाना के घर मेला घूमने आया था. उसी समय सरपंच पति अरविंद यादव, मंटुन यादव, नुनुलाल यादव अन्य कुछ लोगों के साथ मेरे नानी के घर आये और सुभाष और मौनू के साथ मारपीट करते हुए कहा कि सुभाष अपने साला को लेकर इस लड़की से शादी कराने आया है. मारपीट करते हुए मोनू के साथ गलत संबंध होने का आरोप लगाते हुए सरपंच के द्वारा जबरन शादी करने का दबाव बनाने लगा.
दर-दर की ठोकर खा रही महिला, नहीं मिल रही है न्याय
मामला शंकरपुर थाना क्षेत्र के लाही गांव में एक विवाहित महिला के साथ मारपीट कर गैंग रेप करने का
पीड़िता ने थानाध्यक्ष
पर लगाये गंभीर आरोप महिला ने डीजीपी से न्याय की गुहार लगायी
दुर्गापूजा के दौरान हुई थी शर्मनाक घटना
मेडम सरपंच पति के द्वारा कुछ लोगों को साथ लेकर वर्ष 2016 में दुर्गा पूजा नवमी के दिन जबरन शादी कराने के लिए मारपीट कर स्कूल के कमरे में बंद कर दिया था. रात भर कपड़े उतार कर सभी लोग मेरे नाजुक अंगों को नोचते रहा. सुबह बाल काट कर मुंह पर कालिख पोत जूते चप्पल की माला पहना कर ढोल नगारे के साथ गांव में घुमाया. मामले की जानकारी पीड़िता महिला थाना में दी थी. मानवता को शर्मशार करने वाली यह घटना विगत छह अक्टूबर 2016 की है. हैवानियत की हद की गवाही गांव का बच्चा-बच्चा दे रहा है.
स्कूल के कमरे बंद कर किया था गैंग रेप
इस दौरान लड़की ने कहा की में पहले से शादी शुदा हूं. इस पर सरपंच पति आग बबुल्ला होकर अपने लोगों के साथ घर में घुस कर वीआइपी से चार हजार रूपया निकलते हुए मोनू के भी जेब से सात हजार रुपये निकाल लिया और मेरी नानी और मेरे चचेरे भाई और उनके साले को एक स्कूल के कमरे में एक साथ बंद कर दिया. मुझे अलग कमरे में बंद कर मेरे सारे कपरे उतार दिये फिर मेरे बदन के नाजुक अंग पर चोट करते हुए मेरे शरीद को रात भर जानवरों की तरह नोचतें रहे.
नामजद अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए छापामारी जारी है. पीड़िता द्वारा डीजीपी साहब के यहां दिये आवेदन की कॉपी अब तक नहीं आयी है. आवेदन में वर्णित बिंदुओं पर वरीय पुलिस अधिकारी से जांच करायी जायेगी. मामले में दोषी पाये जाने पर विभागीय कार्रवाई की जायेगी.
विकास कुमार, एसपी, मधेपुरा.