मधेपुरा़: 2003 से लगातार धरना -प्रदर्शन, आमरण अनशन, आंदोलन के माध्यम से सरकार से संघर्ष, वार्ता कर वेतनमान समेत कई मांग मनवाने में सफलता भी हासिल की. लेकिन सरकार का काम गुरू का अपमान, गुरू के मौलिक अधिकारों का हनन, शिक्षित बेरोजगारों के मजबूरी का फायदा, शिक्षकों के लिए वेतन विरोधी नीति लगाकर रोजगार के नाम पर शोषण रह गया है. संघ नये आयाम व सोच के साथ पुन: संघर्ष के मैदान में पूरी ताकत के साथ ससम्मान सरकार से संघर्ष करेगा. बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ के द्वारा 23 अक्टुबर को मधेपुरा कॉलेज मधेपुरा में द्वितीय जिला सम्मेलन सह शिक्षक स्वाभिमान समारोह आयोजित किया गया है.
शुक्रवार को बैठक के दौरान शिक्षक संघ के प्रदेश सलाहकार सह जिलाध्यक्ष रणधीर कुमार ने कहा कि आधा – अधूरा (5200-20200) वेतनमान देकर नियोजित शिक्षकों को ठगने व दिगभ्रमित करने का काम किया है. पुन: संगठित होकर सरकार के समक्ष क्रांतिकारी आंदोलन की आश्यकता है. जब तक (9300 – 34800) का वेतन सरकार नहीं देता है आंदोलन को सम्मेलन के माध्यम से तेज किया जायेगा. साल बीत गया ने सेवा शर्त लागू किया न ही सरकारी कर्मी दर्जा दिया. टीइटी अप्रशिक्षित शिक्षकों को एक साथ प्रशिक्षित किया जाना, ऐच्छिक स्थानांतरण, इग्नू प्रशिक्षित की समस्या, शिक्षकों का ससमय वेतन, सातवां वेतन का लाभ, ससमय बच्चों को पाठ्यपुस्तक उपलब्ध कराना, समान स्कूल शिक्षा प्रणाली, प्राथमिक व मध्य विद्यालय में चपरासी व लेखापाल की नियुक्ति आदि शामिल है.
जिलाध्यक्ष ने कहा कि सम्मेलन में संघ के प्रदेश अध्यक्ष पूरण कुमार, प्रदेश महासचिव केशव कुमार, उपाध्यक्ष जयंत कुमार, रामपुकार सिन्हा, लाल बाबू, नवीन सिंह , रीना कुमारी, प्रदेश सचिव आनंद कौशल, मधुबनी से राजू यादव, सुपौल से पंकज कुमार सिंह, सहरसा जिअ रौशन सिंह धोनी, पटना जिला अध्यक्ष राकेश कुमार, खगड़िया जिलाध्यक्ष नंदन यादव, धर्मेंद्र यादव, राकेश कुमार, मनीष कुमार, राजू यादव, दरभंगा के रेजा उल्लाह संजय कुमार, आनंद कौशिक, प्रमोद यादव, अमित कुमार श्रीवास्तव, प्रशांत कुमार, पंकज कुमार, प्रमोद कुमार, बबलू कुमार, कयूम परवाना, छपरा समेत कई जिलों से जिलाध्यक्ष एवं संघीय पदाधिकारी शिरकत करेंगे. इस दौरान सभी से अपील किया गया कि जिला सम्मेलन – सह शिक्षक स्वाभिमान समारोह में पहुंचकर संपूर्ण वेतनमान की लड़ाई को सफल बनावें. बैठक में मंजूर आलम, अखिलेश कुमार, मो सत्तार, सतीश, प्रदीप कुमार, किशोर राम, ब्रजेश कुमार, सिलीफ कुमार, अनिल उर्फ ललटू, खिलानंद साह, रामानंद कुमार, राजेंद्र राम समेत दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित थे.