मधेपुरा ?: नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड संख्या तीन में शुक्रवार देर रात शार्ट सर्किट से आग लगने से एक ही आंगन के तीन कच्चे घरों में आग लग गयी. इस घटना में करीब दो लाख से अधिक की संपत्ति जल कर राख हो गयी. वहीं फोन करने के बावजूद फायर ब्रिगेड के नहीं आने पर लोग आक्रोशित थे.
इस अगलगी की सूचना पर पहुंचे अंचल कर्मचारी ने मामले की जांच के बाद सरकारी प्रावधानों के अनुसार सहायता मुहैया कराने की बात कही है. शहर के तुनियाही मोहल्ला निवासी पीड़ित बुद्धदेव यादव ने बताया कि शुक्रवार की रात वेलोग खाना खा कर सो गये थे. अचानक करीब साढ़े ग्यारह बजे आग की लपटों की गर्मी और शोर सुन कर नींद टूटी तो घर को आग से घिरा पाया. लोग हर तरफ से दौड़ने लगे. उसी आंगन में रह रहे बुद्धदेव के भाई विजेंद्र यादव और सुलेंद्र यादव भी जग गये.
इन लोगों ने सबसे पहले अपने परिवार को सुरक्षित किया. तीनों भाइयों ने बताया कि उनका तो सब कुछ जल कर राख हो गया है. करीब एक लाख से अधिक मूल्य की लकड़ी का तख्ता बना कर रखा हुआ था. वहीं घर में कुछ दिन पहले खेतों से काट कर लाया गया धान का एक सौ बोझा रखा हुआ था. सब जल गया. घर के बरतन भी नहीं बचे. घर में बच्चों की छह साइकिल रखी थी. बच्चों ने याद दिलाया तो साइकिल निकालने तो गये लेकिन देर हो चुकी थी. चार साइकिल ही निकाल सके.
शेष दो साइकिल बुरी तरह जल गयी. — फायर ब्रिगेड पर आक्रोशित थे लोग — स्थानीय लोगों ने बताया कि अगर समय पर फायर ब्रिगेड की गाड़ी पहुंचती तो आग पर काबू पाया जा सकता था. लेकिन जब भी फायर ब्रिगेड विभाग के नंबर 101 पर लगाने की कोशिश की जाती तो उधर से कहा जाता था .. ‘ रांग नंबर’. ऐसा दर्जनों बार हुआ.
इसके बाद लोगों ने फायर ब्रिगेड को फोन नहीं लगाया. — आवाज नहीं आ रही थी– बीएन मंडल स्टेडियम में स्थित फायर ब्रिगेड कार्यालय में जब इस बारे में प्रभात खबर संवाददाता ने बात की तो वहां मौजूद कर्मचारी ने बताया कि रात में फोन तो आ रहा था लेकिन उधर से कोई आवाज ही नहीं आ रही थी. इसलिए समझ में नहीं आया कि कहां आग लगी है.
प्रावधान के अनुसार मिलेगा मुआवजा– अंचल कार्यालय को अगलगी की सूचना दी गयी. मधेपुरा सीओ के अवकाश पर रहने के कारण इन दिनों सिंहेश्वर सीओ मधेपुरा के प्रभार में हैं. उन्होंने बताया कि कर्मचारी गजेंद्र सिंह को जांच के लिए भेजा गया है. रिपोर्ट के आधार पर सरकारी प्रावधानों के अनुसार पीडि़त परिवार को मुआवजा दिया जायेगा.