लगातार तार टूटने तथा अन्य घटनाओं से जानमाल का होता है नुकसान
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बिजली तार बन रहा है लोगों के लिए कहर
लगातार तार टूटने तथा अन्य घटनाओं से जानमाल का होता है नुकसान शंकरपुर : सूबे की सरकार ने बिजली की बेहतरी के लिए बड़े बड़े वादे किये हैं, लेकिन वादों को सरजमी हकीकत में तब्दील कर पाना अब भी आसान नहीं है. हर घर में बिजली तो दूर की बात है. जहां पहले से बिजली […]
शंकरपुर : सूबे की सरकार ने बिजली की बेहतरी के लिए बड़े बड़े वादे किये हैं, लेकिन वादों को सरजमी हकीकत में तब्दील कर पाना अब भी आसान नहीं है. हर घर में बिजली तो दूर की बात है. जहां पहले से बिजली आपूर्ति हो रही है. वहां भी बिजली आपूर्ति लोगों के लिए सिरदर्द बन चुकी है. इसकी बानगी प्रखंड क्षेत्र में फैले 11 हजार व 440 वॉल्ट की तार की स्थिति देखने के बाद खुद अहसास हो जाती है. यहां नये नवीकरण बिजली की तार कुछ माह के बाद ही जर्जर की स्थिति में पहुंचकर विद्युत संचरन लाइनों पर साक्षात मौत की तरह नाच रही है. प्रखंड कार्यालय के समीप से कलहुआ भुखाय मुसहरी की ओर जाने वाली 11 हजार हाई वाल्ट की तार जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो गया है, जो कभी भी टूटकर गिर सकता है. इससे एक बड़ी अनहोनी से इनकार नहीं किया जा सकता है.
ऐसा ही नजारा प्रखंड क्षेत्र के कई जगहों पर देखने को मिल रहा है. प्रखंड क्षेत्र के अधिकांश इलाके में पिछले वर्ष ही बिजली नवीकरण कार्य टेक्नोफेव व लेमिनो के द्वरा किया गया है, लेकिन उच्च पदाधिकारी के द्वारा हो रहे कार्य की स्थलीय जांच नहीं कर सिर्फ कागजी खानापूर्ति किया गया. इसका नतीजा रहा कि कार्य समाप्ति भी नहीं हुई कि आये दिन बिजली के तार टूटकर गिरना जारी हो गया है. जिसमें प्रखंड क्षेत्र में अभी तक मे दर्जनों पशु की मौत बिजली के संपर्क में आने से हो गया है. साथ ही घर पर बिजली के तार टूटकर गिरने से भी दर्जनों घर जल चुका है. समय रहते बिजली विभाग के द्वारा पुराने तार सहित क्षतिग्रस्त तार को नहीं बदला गया तो और भी कितने जाने जा सकता है.
तार बदलने के नाम पर किया गया पुराने तार का इस्तेमाल:
शंकरपुर बाजार सहित मधेली बाजार व कई अन्य जगहों पर पुराने बिजली के तार को बदला गया है, लेकिन बिजली विभाग व ठेकेदार के मिलीभगत के कारण नया तार कम लगाया, बल्कि पुराने तार से ही पुनः वायरिंग कर दिया गया है. इस कारण शंकरपुर बाजार से निशिहारपुर जाने वाली सड़क में नीचे लुढ़क गया है. इस कारण इस रास्ते से बड़ी गाड़ी के आवागमन के समय अक्सर बिजली तार के संपर्क में आने का भय लगा रहता है. कई बार तो बड़ी गाड़ी के संपर्क में आकर धारा प्रवाहित तार टूटकर जमीन पर गिर जाता है, लेकिन बिजली विभाग की नींद टूट ही नहीं रही है. कभी किसी की जान चली जाती है तो कभी किसी निरीह पशु शिकार बनते है.
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