लखीसराय : बाढ़ पीडि़तों के बीच समुचित राहत एवं बचाव करने में बिहार की नीतीश सरकार पूर्णत: विफल रही है. वहीं मुख्यमंत्री एरियल सर्वे करवाने में लगे हैं. उपरोक्त बातें बिहार विधानसभा में विरोधी दल के नेता डॉ प्रेम कुमार ने गुरुवार को समाहरणालय परिसर में भाजपा की जारी महाधरना कार्यक्रम पर विराम लगाने के दौरान आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान कही. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बाढ़ राहत व बचाव के नाम पर कागजी प्रतिवेदन का झूठा पुलिंदे बांधा जा रहा है.
उन्होंने कहा कि बिहार सरकार की ओर से इस बाबत में आयी बाढ़ क्षति आकलन रिपोर्ट केंद्र सरकार को मुहैया नहीं करवाया गया है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से बिहार बाढ़ राहत के लिए हरसंभव आर्थिक सहयोग किये जाने के आश्वासन की भी सराहना की. उन्होंने प्रशासन से निष्पक्ष तरीके से अपनी नौकरशाही करने की भी नसीहत दी. उन्होंने कहा कि लखीसराय में बुधवार को सीआरपीएफ जवान की लाश ढूंढ़ने एवं महिसोना में 16 घरों में तीन माह पूर्व अगलगी की घटना के शिकार लोगों को भी जिला प्रशासन राहत देने में विफल रही है.