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यहां सफाई को ठेंगा
लखीसराय : जिले के महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशन किऊल में अवैध हॉकरों का राज चलता है. अधिकारी सिर्फ कार्रवाई की बात करते हैं, लेकिन कार्रवाई नहीं होती. यहां के अवैध हॉकर भारत सरकार के स्वच्छ भारत-स्वस्थ भारत के सपने को धता बता रहे हैं. बताते चलें कि पूर्व मध्य रेलवे के किऊल रेलवे स्टेशन पर एक […]
लखीसराय : जिले के महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशन किऊल में अवैध हॉकरों का राज चलता है. अधिकारी सिर्फ कार्रवाई की बात करते हैं, लेकिन कार्रवाई नहीं होती. यहां के अवैध हॉकर भारत सरकार के स्वच्छ भारत-स्वस्थ भारत के सपने को धता बता रहे हैं.
बताते चलें कि पूर्व मध्य रेलवे के किऊल रेलवे स्टेशन पर एक भी फल का लाइसेंसी दुकान नहीं रहने के बावजूद भी यहां के अधिकारियों व पुलिस प्रशासन की मिलीभगत से अवैध रूप से टोकरी में रख अवैध हॉकर केले व अन्य सामान की बिक्री करते है. इनके पास रेलवे के नियमानुसार डस्टबीन नहीं रहने की वजह से यात्री केले व अन्य सामान को खाकर इसके छिलके को प्लेटफॉर्म पर अन्यत्र फेंक देते है.
जिससे दूसरे यात्रियों के समक्ष दुर्घटना की संभावना बनी रहती है. ऐसा नहीं है कि इन सबकी जानकारी रेलवे के अधिकारियों या रेल पुलिस के पदाधिकारियों को नहीं रहती है. क्योंकि इन हॉकरों का जमावड़ा मुख्य रूप से दो व तीन नंबर प्लेटफार्म पर रहता है. जिस पर स्टेशन प्रबंधक सहित आरपीएफ एवं जीआरपी का कार्यालय स्थित है. गुरुवार को प्रभात खबर की टीम ने जब किऊल रेलवे का निरीक्षण किया तो पाया कि रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर अवैध हॉकर द्वारा केवल केला का टोकरी ही नहीं बल्कि लिट्टी चोखे की अवैध दुकान, सिगरेट व गुटखा बेचने वाले हॉकर सहित चाय बेचने वाले हॉकर भी मिले. लेकिन अधिकारियों की नजर इन पर नहीं पड़ रही.
सूत्र बताते हैं कि जब इस रेलवे स्टेशन पर जोन व मंडल स्तर के अधिकारियों का निरीक्षण कार्यक्रम होता है तो ये हॉकर गायब हो जाते है. जो इस बात की ओर इशारा करता है कि ये हॉकर यहां के स्थानीय अधिकारियों के इशारे पर काम करते हैं.
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