लखीसराय : जीवितपुत्रिका का व्रत हर मां अपने संतान के लिये करती है. इस व्रत में कुछ चीजों का खास महत्व है.जिसमे नोनिया साग, मरूआ का आटा , विभिन्न प्रकार की सब्जी आदि. इस सब्जी में एक कंदा का भी महत्व है. महिलाओं व्रत के पारण के दिन इस सब्जी का व्यंजन बना कर प्रसाद स्वरूप ग्रहण करती है और अपने परिवारों को भी खिलाती है.जिले में इस कंदा सब्जी का सबसे अधिक उत्पादक क्षेत्र के रूप में विकसित हो रहे रामगढ़ चौक थाना का तेतरहट गांव.
इस गांव के अधिकतर किसान कंदा की खेती करते है. यह सब्जी इसी व्रत के समय में बाजार में उपलब्ध होता है इसके बाद यह फिर अगले वर्ष ही उपलब्ध हो पाता है. बुधवार को जीवितपुत्रिका व्रत को लेकर तेतरहट गांव के किसानों ने खेतों से कंदा सब्जी को उखाड़ कर बाजारों में भेजने लगे हैं. इसके लिये कई मजदूर तीन चार दिन पूर्व से ही खेतों से उखाड़े गये कंदा की सफाई कर उसके ढेर लगाने में व्यस्त है. किसान इस कंदा को या तो मंडी में ले जाकर बेचते हैं या फिर थोक व्यापारी ही तेतरहट गांव पहुंच कर इसकी खरीद कर रहे हैं. इस कार्य में सैकड़ों महिला पुरुष मजदूर लगे हुए हैं. जो कंदा की साफ सफाई कर रहे हैं. इसकी खेती कर तेतरहट क्षेत्र के किसान लाखों रुपये की कमाई कर रहे हैं .