सागर चंद्रा, किशनगंज:अलीगढ़ मुसलिम विश्वविद्यालय के संस्थापक सर सैयद अहमद खां के सपने को साकार करने का वक्त अब आ गया है. बिहार सरकार स्थानीय प्रशासन व स्थानीय लोगों के सहयोगात्मक रुख से ही यह सपना पूरा होने वाला है. ये बातें एएमयू अलीगढ़ के कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) जमीरूद्दीन शाह ने बुधवार को कही.
उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में अति पिछड़े किशनगंज जिले में सेंटर की स्थापना के बाद शिक्षा के क्षेत्र में व्यापक सुधार होंगे. इस सेंटर में हिंदुस्तान के किसी भी इलाके के छात्र शिक्षा ग्रहण कर सकते हैं. किशनगंज एएमयू सेंटर में बीएड की पढ़ाई के लिए 658 छात्र-छात्रओं ने प्रतियोगिता परीक्षा में भाग लिया था. इनमें सफल 55 अभ्यर्थी फिलवक्त शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं. इनमें से 31 बिहार व पश्चिम बंगाल के हैं. वहीं आठ अभ्यर्थी व एक शिक्षक इसी जिले के हैं. उन्होंने कहा कि उनकी इच्छा प्रति वर्ष एक -एक नयी फैकेल्टी की पढ़ाई प्रारंभ करने की है. इनमें पॉलिटेक्निक, इंगलिश, लॉ, एमबीए, नर्सिग आदि की पढ़ाई शामिल है. उन्होंने कहा कि कॉलेज स्थापना के लिए 137 करोड़ की राशि देने की घोषणा केंद्र सरकार ने की है. परंतु फंड रीलिज होने में अभी 6-7 माह लगेगा. इसके बावजूद कार्य रुकेगा नहीं. एएमयू प्रशासन निजी श्रोतों से भवन निर्माण करायेगा. अगले 2-3 वर्षो में भवन बन कर तैयार हो जायेगा. श्री शाह ने कहा कि इलाके के छात्र-छात्रओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए उनकी इच्छा किशनगंज में स्कूल स्थापना की भी है. जिसमें नर्सरी से लेकर प्लस टू तक की पढ़ाई की जायेगी. परंतु एएमयू एक्ट के अनुसार 15 किमी की परिधि में ही स्कूल की स्थापना की जा सकती है. इस मौके पर किशनगंज एएमयू शाखा ने ओएसडी राशिद नेहाल, एएमयू को-ऑर्डिनेटर जावेद अख्तर, पीओ राहत अबरार आदि उपस्थित थे.