ठाकुरगंज : प्रति वर्ष करोड़ों के मुनाफे से वंचित हो रही रेलवे अपने साथ साथ 20 लाख आबादी को भी सुविधओं से वंचित कर रखा है़ सिलीगुड़ी-कटिहार रेल खंड भाया ठाकुरगंज, बोगडोगरा, गलगलिया, किशनगंज, अलुआबाड़ी रेल खंड पर बागडोगरा मार्ग से रेल परिचालन तो निरंतर कई ट्रेनों की हो रही है़ जिसमें सभी ट्रनों का ठहराव सभी स्टेशनों पर न होने से काफी मुश्किलें यात्रियों के हिस्से आ रही हैं तो करोड़ों के राजस्व का भी घाटा रेलवे को उठाना पड़ रहा है.
अगर ट्रेन सभी स्टेशनों पर रूकती तो रेलवे के राजस्व में निश्चित रूप से बढ़ोत्तरी होती. वर्ष 2011 से चालू इस रेल खंड से ठाकुरगंज स्टेशन से वित्तीय वर्ष 2013-14 में रेलवे को 3 करोड़ की राजस्व प्राप्त हुई है़ सामरिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण रेल खंड रेलवे से न केवल 20 लाख की आबादी बल्कि बागडोगरा सैन्य प्रतिष्ठान, भारत नेपाल के सीमा पर तैनात एसएसबी के जवानों की आवाजाही के लिए यह रेलवे लाइन अति महत्वपूर्ण है.
सिलीगुड़ी और एनजीपी से खुलने वाली तीन डीएमयू के अलावे दो इंटरसिटी और एक फास्ट पैसेंजर का नियमित परिचालन जारी है़ जबकि कई साप्ताहिक ट्रेनों के परिचालन बिना ठहराव के आरंभ हुआ है़ अंतरराष्ट्रीय सीमाओं को देखते हुए ठाकुरगंज, बागडोगरा रेल खंड सुरक्षित और सरल मार्ग है़ ट्रेनों का ठहराव न होने से धरना प्रदर्शन बीते दिनों लोजपा नेता द्वारा किया जा चुका है.