मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना भी चढ़ी भ्रष्टाचार की भेंट, नजराना नहीं देने पर लाभ से किया गया वंचित

कुछ महिलाओं द्वारा बदसुलूकी करने के कारण इन लोगों का डाटा अपलोड नहीं किया गया फिलहाल डाटा अपलोड बंद है लगाए जा रहे आरोप बेबुनियाद है

By RAJKISHORE SINGH | November 2, 2025 11:23 PM

बेलदौर. प्रखंड क्षेत्र के अल्पसंख्यक गांव दिघौन पंचायत के सुखायबासा गांव के स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं को मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के लाभ से वंचित कर देने का मामला प्रकाश में आया है. जानकारी के मुताबिक वार्ड संख्या 15 सुखायवासा गांव में लगभग 10 वर्षों से 15 स्वयं सहायता समूह संचालित है, प्रत्येक स्वयं सहायता समूह में 13 महिलाएं समूह की सदस्य हैं जीविका समूह में करीब 200 से अधिक महिलाएं हैं वहीं सुखायवासा वार्ड नंबर 15 बादल स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष चूनकी खातून के मुताबिक 11 वर्षों से समूह का नियमित संचालन किया जा रहा है, 10 हजार राशि को पाने के लिए थलहा के जीविका कर्मी पिंटू कुमार को समूह के सभी महिलाओं का खाता, आधार कार्ड, मोबाइल नंबर समेत जरूरी कागजात एक नहीं दो-दो बार जमा कर चुके हैं, इसके बाद जब इस राशि के पाने के लिए बेलदौर जीविका कार्यालय पहुंचे तो वहां मौजूद जीविका कर्मियों के द्वारा बताया गया कि समूह के प्रत्येक महिला सदस्य को नजराना के तौर पर एक एक हजार रुपए जमा करने का आरोप लगाया नजराना का रकम नहीं देने पर सभी समूह के महिलाओं को इस राशि के लाभ से वंचित कर देने का आरोप लगाया है कहीं सुखायबासा में कुल 15 स्वयं सहायता समूह संचालित है जिनमें पायल, मक्का, मदीना, बादल, काजल स्वयं सहायता समूह शामिल हैं. जीविका बीपीएम मुकेश कुमार पासवान ने बताया कुछ दिन पूर्व जीविका कर्मी सुखाय बासा पहुंचे थे, कुछ महिलाओं द्वारा बदसुलूकी करने के कारण इन लोगों का डाटा अपलोड नहीं किया गया फिलहाल डाटा अपलोड बंद है लगाए जा रहे आरोप बेबुनियाद है.

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