शहर की लाइफलाइन में धूल, जाम व अतिक्रमण का ट्रिपल अटैक, लोग परेशान
दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है अतिक्रमण, शहर के लिए जाम बनती जा रही है बड़ी समस्या
– दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है अतिक्रमण, शहर के लिए जाम बनती जा रही है बड़ी समस्या
– समय से बच्चे नहीं पहुंच पाते हैं स्कूल, बाजार में घंटों तक फंसी रहती हैं स्कूली वाहनखगड़िया. शहर की सड़कें इन दिनों अतिक्रमण, भीषण जाम व धूल के तिहरे वार से कराह रही हैं. स्थिति यह है कि शहरवासियों के लिए सड़क पर चलना, सांस लेना और यात्रा करना किसी चुनौती से कम नहीं रहा. शहर के राजेन्द्र चौक से बखरी बस स्टैंड एवं रैंक प्वाइंट से कुतुबपुर तक की स्थिति सबसे ज्यादा खराब है, जहां निर्माण कार्यों की लापरवाही से उड़ती धूल ने प्रदूषण का स्तर खतरनाक बना दिया है, वहीं हर चौक-चौराहे पर अतिक्रमण ने ट्रैफिक को पंगु बना दिया है. शहर में ट्रिपल अटैक जाम, धूल व अतिक्रमण से लोग परेशान हैं.खासकर, शहर के लोग काफी परेशान हैं.
अतिक्रमण की गिरफ्त में शहर, रोड पर सब्जी व फल मंडी
एक तरफ जहां धूल ने हवा को दूषित किया है, वहीं दूसरी और अतिक्रमण ने सड़कों को निगल लिया है. शहर का कोई भी चौक-चौराहा या मुख्य सड़क ऐसा नहीं बचा है, जो अतिक्रमण की चपेट में न हो. फल-सब्जी की दुकानें और ठेले अब सड़क के किनारे नहीं, बल्कि सड़क पर ही लग रहे हैं. शहर के राजेन्द्र चौक, बेंजामीन चौक, स्टेशन रोड, मालगोदाम रोड, महावीर चौक, सन्हौली ढ़ाला, आरओबी, बखरी बस स्टैंड व मथुरापुर टमटम स्टैंड रोड अतिक्रमण और ई-रिक्शा के अवैध पार्किंग का अड्डा बन चुका है. उक्त सभी मार्ग पर ई-रिक्शा, ऑटो व ठेले का जमावड़ा लगा रहता है. इसकी वजह से सड़क की चौड़ाई बहुत कम हो गई है. बचे हुए हिस्से में भी अवैध रूप से खड़ी ऑटो और ई-रिक्शा गाड़ियां खड़ी रहती हैं, जिससे भीषण जाम की समस्या रोजाना की कहानी बन गयी है.मथुरापुर -कुतुबपुर के बीच आरओबी निर्माण के धूल से लोग परेशान
शहर के बस स्टैंड व मथुरापुर-कुतुबपुर पथ के स्थानीय दुकानदारों ने बताया कि सड़क व आरओबी निर्माण कार्यों में लापरवाही कर खुलेआम धूल उड़ाने वालों पर क्यों कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. साथ ही, ट्रैफिक पुलिस की नाक के नीचे हो रहे इस व्यापक अतिक्रमण पर लगाम क्यों नहीं लगाई जा रही है. यह धूल और जाम केवल समय की बर्बादी नहीं कर रहे है, बल्कि शहर के वातावरण को प्रदूषित कर लोगों के स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा पैदा कर रहे है. शहर को इस धूल, जाम और अतिक्रमण के दुष्चक्र से निकालने के लिए प्रशासन को अब ठोस और तत्काल कदम उठाने की आवश्यकता है.
प्रदुषण से शहरवासी को बढ़ी टेंशन
शहर में इन दिनों सड़क, नाला और निजी भवनों के निर्माण कार्य तेजी से चल रहे हैं. लेकिन, निर्माण सामग्री की दुलाई में बरती जा रही घोर लापरवाही आम लोगों की सेहत पर भारी पड़ रही है. रात के अंधेरे में मिट्टी को बिना ढके जैसे-तैसे ले जाया जा रहा है. इस दौरान पूरी मिट्टी सड़क पर गिरती जाती है. शहर के मुख्य मार्ग कासिमपुर, कुतुबपुर, स्टेशन रोड, रैक प्वाइंट पर दिनभर धूल का गुबार छाया रहा. तेज रफ्तार में गुजरने वाली गाड़ियों के कारण यह धूल उड़कर राहगीरों, आसपास के दुकानदारों और घरों में घुस रही है. लोगों की आंखों में जलन, सांस लेने में तकलीफ और खांसी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. यह धूल सिर्फ परेशानी ही नहीं है, बल्कि शहर के वायु प्रदूषण को भी खतरनाक स्तर तक बढ़ा रही है, जिससे फेफड़ों से जुड़ी बीमारियां फैलने का खतरा बढ़ गया है.आरओबी व स्टेशन रोड में ऑटो वालों का कब्जा, घंटों जाम
शहर में प्रवेश का सबसे महत्वपूर्ण मार्ग राजेन्द्र चौक, आरओबी व स्टेशन रोड पर दिन भर जाम की समस्या बनी रहती है. जाम का मुख्य कारण आरओबी के मुहाने पर ऑटो और ई-रिक्शा का अवैध रूप से जमावड़ा लगा रहता है. वाहन चालक सड़क को पूरी तरह अवरुद्ध कर रखता है. इसी कारण आरओबी, स्टेशन रोड, एनएसी रोड, बेंजामीन चौक तथा रैक प्वाइंट के समीप लोग पूरे दिन जाम में फंसे रहते हैं. लोगों को एक-एक घंटे तक जाम में खड़े रहना पड़ा. रेलवे स्टेशन रोड व रैक प्वाइंट की स्थिति लगभग एक जैसी है. अतिक्रमण के कारण बची हुई सड़क पर ऑटो और ई-रिक्शा का जमावड़ा ट्रैफिक को बुरी तरह बाधित करता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
