गोवर्धन पूजा संपन्न , भाई दूज आज
भाई दूज का पर्व भाई-बहन के रिश्ते को प्रगाढ़ बनाने और भाई की लंबी उम्र के लिए मनाया जाता है
परबत्ता. बुधवार को गोवर्धन पूजा मनाया गया. कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा को गोवर्धन पूजा एवं अन्नकूट उत्सव मनाना जाता है. इसे पड़वा या प्रतिपदा भी कहते हैं. घर के पालतू बैल, गाय, बकरी आदि को अच्छे से स्नान कराकर उन्हें सजाया गया. फिर घर के आंगन में गोबर से गोवर्धन बनाकर उनकी पूजन कर पकवानों का भोग अर्पित किया गया. मान्यता है कि त्रेतायुग में जब इन्द्रदेव ने गोकुलवासियों से नाराज होकर मूसलधार बारिश शुरू कर दी थी. तब भगवान श्रीकृष्ण ने अपनी छोटी अंगुली पर गोवर्धन पर्वत उठाकर गांववासियों को गोवर्धन की छांव में सुरक्षित किया. तभी से इस दिन गोवर्धन पूजन की परंपरा भी चली आ रही है. पांच दिवसीय दीपावली महापर्व का अंतिम दिनभाई दूज होता है. जो गुरुवार को मनाया जाएगा. भाई दूज का पर्व भाई-बहन के रिश्ते को प्रगाढ़ बनाने और भाई की लंबी उम्र के लिए मनाया जाता है. रक्षाबंधन के दिन भाई अपनी बहन को अपने घर बुलाता है जबकि भाई दूज पर बहन अपने भाई को अपने घर बुलाकर उसे तिलक कर भोजन कराती है और उसकी लंबी उम्र की कामना करती हैं. उसी दिन चित्रगुप्त पूजा होती है.
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