मानव जीवन में परमात्मा की भक्ति को दिया गया है प्राथमिकता – परमानंद महाराज
मानव जीवन में परमात्मा की भक्ति को दिया गया है प्राथमिकता - परमानंद महाराज
मानसी. प्रखंड के बलहा बाजार दुर्गा मंदिर प्रांगण में चल रहे दो दिवसीय दिवसीय संतमत सत्संग का मंगलवार को समापन हो गया. संतमत सत्संग में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. बलहा पंचायत के कार्यकर्ता शिवजी साह, राजू गुप्ता, चंद्रदेव पंडित, जगदीश साह, चंद्र देव यादव, गोपाल पंडित, मदन साह, मुनीलाल पंडित एवं बलहा पंचायत के सौजन्य से आयोजित दो दिवसीय संतमत सत्संग का शुभारंभ सोमवार को किया गया था. सत्संग के अंतिम दिन मुख्य वक्ता महर्षि मेंही आश्रम कुप्पाघाट भागलपुर से आये स्वामी परमानंद महाराज ने वेद और शास्त्रों के माध्यम से धर्म के मार्ग पर चलने का लोगों से आह्वान किया. स्वामी ने कहा कि परमात्मा ने ब्रह्मांड को चलाने के लिए नियम बनाये हैं. मनुष्य प्रभु भक्ति का मार्ग अपनाकर ही जीवन का कल्याण कर सकता है. धर्म की रक्षा करना ही मानव का धर्म है. धर्म को बचाने से धर्म भी मनुष्य की रक्षा करता है. स्वामी जी ने कहा कि धर्म और राष्ट्रधर्म की रक्षा के लिए सदैव जागरूक व तत्पर रहना चाहिये. भगवान को भी धर्म की रक्षा के लिए धरती पर आना पड़ता है. उन्होंने माता-पिता व गुरु की सेवा पर बल दिया व कहा कि इन्हीं के चरणों की सेवा से सबकुछ संभव है. उन्होंने बताया कि मानव जैसा कर्म करता है, वैसा ही उसको फल भोगना पड़ता है. जो प्राणी सद्कर्म करते हुए सत्संग, योग, यज्ञ, दान, ध्यान करते हैं. उनका संसार में कल्याण होता है. इस दौरान स्वामी नखानंद बाबा ने भी अपने प्रवचन के माध्यम से संतमत के सिद्धांतों व महर्षि मेंही दास जी महाराज के बताये गये मार्ग पर चलने की बात कही इस दौरान भंडारा का आयोजन किया गया.
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