Kaun Banega Crorepati: कौन बनेगा करोड़पति में बिहार की बेटी दीक्षा, सदी के महानायक के सवालों का आज भी देगी जवाब

Kaun Banega Crorepati: सोनी टीवी के कार्यक्रम कौन बनेगा करोड़पति (KBC 12) के सीजन में 12 बिहार की और प्रतिभा ने अपना लोहा मनवाया है. बुधवार को प्रसारित शो में सदी के महानायक अमिताभ बच्चन के साथ हॉट सीट पर बैठने का गौरव मधुबनी की बेटी दीक्षा को मिला. हालांकि, उनका खेल पूरा नहीं हो सका है. गुरुवार को यानी आज दीक्षा का खेल जारी रहेगा.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 17, 2020 3:03 PM

Kaun Banega Crorepati: सोनी टीवी के कार्यक्रम कौन बनेगा करोड़पति (KBC 12) के सीजन में 12 बिहार की और प्रतिभा ने अपना लोहा मनवाया है. बुधवार को प्रसारित शो में सदी के महानायक अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) के साथ हॉट सीट (Hot Seat) पर बैठने का गौरव मधुबनी की बेटी दीक्षा को मिला. हालांकि, उनका खेल पूरा नहीं हो सका है.

गुरुवार को यानी आज दीक्षा का खेल जारी रहेगा. अब तक तक दीक्षा तीन प्रश्नों का सही जवाब देकर तीन हजार प्वाइंट जीत चुकी हैं. ये प्‍वाइंट्स ही बच्चों की उम्र 18 होने के बाद राशि हो जाएगी. फिलहाल ये बैंक खाते में जमा होंगे और इस राशि का उपयोग व्यस्क होने पर कर सकेगी. गुरुवार को दीक्षा का खेल जारी रहेगा. अब सबकी निगाहें आज प्रसारित होने वाले एपिसोड पर है.

मधुबनी की बेटी एवं जवाहर नवोदय विद्यालय, मधुबनी की कक्षा आठवीं की छात्रा दीक्षा कुमारी ने स्टूडेंट्स स्पेशल वीक में अपनी प्रतिभा के बल पर देश भर से चयनित कुल आठ छात्र/छात्राओं में अपना स्थान सुरक्षित कर पाने में सफल रही. दीक्षा खजौली प्रखंड के अंतर्गत सुक्खी ग्राम निवासी मनीष कुमार मिश्र एवं सुप्रीता कुमारी की बेटी है.

अमिताभ बच्चन ने पोंछे आंसू 

बुधवार को हॉट सीट पर बैठते ही दीक्षा की आंखों से खुशी के आंसु छलक पड़े. उधर, दर्शक दीर्घा में बैठी उसकी मां सुप्रीता कुमारी भी रोने लगी. दीक्षा के साथ उसके पिता मनीष कुमार मिश्र और बड़ा भाई दिग्दर्शन कुमार भी शो पर मौजूद हैं. हॉट सीट पर बैठते ही अमिताभ बच्चन ने दीक्षा को टिशु पेपर दिए और उसका हौसला बढ़ाया। इससे पूर्व फास्टेस्ट फिंगर फर्स्ट चरण जीत कर दीक्षा ने हॉट सीट पर कब्जा जमाया. आज इस बात पर निगाहें होंगी कि दीक्षा कुल कितने सवालों का जवाब देती है और कुल कितना प्‍वाइंट्स अपने नाम करकती है.

Posted By: utpal kant

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