कटिहार : सर्द हवाओं के थमने तथा धूप खिलने की वजह से सोमवार को लोगों को कड़ाके की ठंड से राहत मिली है. सोमवार को जिले का न्यूनतम तापमान बढ़कर 12 डिग्री हो गया, जबकि अधिकतम तापमान 26 डिग्री रहा. हालांकि सुबह में घने कोहरे व ठंड से लोग परेशान ही रहे. लेकिन कोहरा जल्द छंट जाने व धूप निकलने की वजह से लोगों बहुत राहत मिली है. इस तरह का मौसम कब तक रहेगा कहना जल्दी बाजी होगा. कुहासा की वजह से सड़क व रेल मार्ग के परिचालन पर लगातार असर पड़ रहा है.
लंबी दूरी की ट्रेनों का परिचालन जहां विलंब से हो रहा है वही सड़क मार्ग पर भी इसका खासा असर पड़ रहा है. सुबह में सड़क वाहन दौड़ते नहीं हैं बल्कि रेंगते हैं. ठंड को देखते हुए जिला प्रशासन ने स्कूलों में छुट्टी दे दी है. इसके बावजूद नियमों को दरकिनार कर अब भी शहर में कई स्कूलों का संचालन हो रहा है. जहां बच्चों को परेशानी हो रही है. दरअसल बच्चों को सुबह में ही उठकर स्कूल जाने की बाध्यता है. यही वजह है कि बच्चों के साथ ही अभिभावक भी परेशान हो रहे हैं. लेकिन शिक्षा विभाग की ओर से अब तक स्कूलों को बंद करने का दिशा निर्देश जारी होने के बावजूद स्कूलों का संचालन होना कई सवालों को खड़ा करने के लिए काफी है.
ठंड की वजह से मंदा पड़ा है मार्केट : कड़ाके की पड़ रही ठंड का असर बाजार पर भी देखा जा रहा है. सुबह में काफी विलंब से दुकानें खुल रही है. जबकि शाम होते ही दुकानदार व व्यवसायी को घर भागने की जल्दी रहती है. दरअसल ठंड के कारण दूर दराज से काफी कम संख्या में लोग बाजार आ रहे हैं. इसकी वजह से मार्केट पूरी तरह से मंदी के दौर से गुजर रहा है. दुकानदार व व्यवसायी उम्मीद कर रहे हैं कि 14 जनवरी के बाद बाजार में रौनक लौटेगी. एक ओर नोअबंदी तो दूसरी ओर पड़ रही ठंड का असर मार्केट पर साफ दिख रहा है. हालांकि गरम कपड़ों व मटन, चिकन, अंडा की बिक्री में जरूर इजाफा हो गया है. इसके अलावा अन्य तरह के कारोबार मंदी के दौर से गुजर रहे हैं.
सार्वजनिक स्थलों पर नहीं हुई अलाव की व्यवस्था
शहर के सार्वजनिक स्थलों पर जिला प्रशासन व नगर निगम प्रशासन की ओर से अलाव की व्यवस्था अब भी नहीं की गयी है. शुरुआत में पड़े ठंड के समय कुछ स्थानों पर अलाव की व्यवस्था की गयी थी लेकिन फिर वह व्यवस्था को समाप्त कर दिया गया है. उसी तरह रेलवे स्टेशन के आसपास भी बड़ी संख्या में रात में यात्रियों का जमघट होता है. वहां भी यात्रियों के लिए अलाव की व्यवस्था नदारद रहने के कारण यात्रियों को घोर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. जबकि बस स्टैंड सहित चौक-चौराहों पर भी अलाव की व्यवस्था अब तक नदारद है. जनप्रतिनिधियों ने प्रशासन से सार्वजनिक स्थलों पर अलाव की व्यवस्था किये जाने की मांग की है, ताकि गरीब व फुटपाथ पर रहने वाले लोगों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े.