21.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

हल्के ज्वेलरी की बढ़ी डिमांड

10 मई को अक्षय तृतीया का त्योहार, सोना खरीदना माना जाता है शुभ

-10 मई को अक्षय तृतीया का त्योहार, सोना खरीदना माना जाता है शुभ प्रतिनिधि, भभुआ सदर बदलते दौर के साथ फैशन में आये बदलाव का असर ज्वेलरी मार्केट पर भी पड़ा है. हाल के वर्षों में ज्वेलरी का ट्रेंड भी लगातार चेंज होता जा रहा है. सोने-चांदी, हीरे आदि के आभूषणों की डिजाइन के साथ-साथ गोल्ड के विभिन्न रंगों और दूसरे प्रदेशों की फेमस डिजाइनों की मांग अब भभुआ और मोहनिया के बाजारों में भी दिखने लगी है. रस्तोगी आभूषण भंडार के मालिक राजू रस्तोगी की मानें, तो हाल के दिनों में लाइट वेट सोने में स्टाइलिश ज्वेलरी की डिमांड बढ़ी है. इस बार आने वाले अक्षय तृतीय पर इस तरह की ज्वेलरी लोगों की ओर से काफी पसंद कि जा रहा है. हालांकि, इस बार लगन में मुहूर्त कम होने और लोकसभा आम चुनाव व भीषण गर्मी के चलते भी बाजार में रौनक नहीं है. = महंगाई के चलते हल्की ज्वेलरी ही पसंद सोने में भारी महंगाई को देखते हुए ज्वेलरी मार्केट में सस्ती और स्टायलिश ज्वेलरी की ही डिमांड है. इधर, कुछ वर्षों में कम प्राइस में अच्छी डिजाइन की ज्वेलरी कस्टमर्स की पसंद बन रही है. एकता चौक पर स्थित अमित ज्वेलर्स के अमित सेठ ने बताया कि अक्षय तृतीया पर हल्की रिंग, चूड़ी, कंगन, हल्के चेन, नेकलेस सेट की डिमांड की संभावना है. शादियों के सीजन में लोग ज्वेलरी खरीद के लिए अक्षय तृतीया के मुहूर्त का लाभ लेना चाहते हैं. ज्वेलर्स की मानें, तो 20 या 30 ग्राम गोल्ड के पैकेज में सभी आभूषणों की खूब डिमांड है. = अक्षय तृतीया के दिन मिला था कुबेर को खजाना ज्योतिषाचार्य हरीशंकर तिवारी की मानें, तो अक्षय तृतीया काल में सोने-चांदी की खरीददारी का व्यापक महत्व है. इस बार 10 मई को अक्षय तृतीया का त्योहार पड़ रहा है. लेकिन, इस बार गुरु और शुक्र ग्रह अस्त होने कारण विवाह आदि शुभ कार्य नहीं हो सकेंगे. पौराणिक मान्यता के अनुसार आज के ही दिन गंगा का अवतरण हुआ था. इसी दिन कुबेर को खजाने का मालिक बनाया गया था. सतयुग और त्रेता युग का आरंभ भी अक्षय तृतीया के दिन ही हुआ था. महर्षि परशुराम और मां अन्नपूर्णा का जन्म भी इसी दिन हुआ था. तीर्थ स्थल बद्री नारायण का कपाट भी भक्तों के दर्शन के लिए इसी दिन खुलता है. इसी दिन भगवान कृष्ण और सुदामा की मुलाकात हुई थी और महाभारत का युद्ध भी इसी दिन समाप्त हुआ था, जहां इस दिन स्वर्ण आभूषण खरीदने से सुख समृद्धि की वृद्धि होती है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें