मोहनिया (कैमूर) : एक तरफ महंगाई से लोगों की हालत खराब है. दूसरी तरफ यहां महंगाई का कोई असर नहीं दिख रहा है. यही कारण है कि विद्यालय भवन की मरम्मत की बात तो दूर रंगाई-पुताई तक नहीं हो रही है. ऐसे में विकास के नाम आवंटित दुकानों से प्राप्त होने वाली आय 10 वर्षो के बाद भी बढ़ोतरी नहीं हुई है.
यह हालात शारदा ब्रज राज हाइस्कूल का है. मिली जानकारी के अनुसार, 1995 में उक्त विद्यालय की भूमि में पूरब व दक्षिण करीब 25 दुकानें प्रबंध समिति द्वारा बनवायी गयी थी. सभी दुकानें बाजार के स्टेशन रोड व मुख्य मार्ग पथ के निकट हैं. उक्त भवनों का निर्माण विद्यालय विकास के लिए बनायी गयी है, जिसमें 10 साल बाद भी किराये का रिवाइज नहीं हुआ है.
संभवत: यह सभी दुकानें 1995 में ही डाक के आधार पर लोगों को आवंटित की गयी हैं. दरअसल इन दुकानों का निर्धारित भाड़ा स्क्वायर फुट के आधार पर प्रतिमाह की दर से प्रबंध समिति ने तय किया था.
सूत्रों के अनुसार, करार में दुकान के अंदर निर्माण नहीं कराने की शर्त है. लेकिन, कुछ लोगों ने अंडरग्राउंड दुकानें बना ली है या उसे किराये पर लगा दिया है. हालांकि सच्चई का पता जांच के बाद भी पता चलेगा. इस संबंध में विद्यालय के प्रधानाध्यापक उजागिर सिंह ने कहा कि अभी हमें इसकी जानकारी पूरी तरह से नहीं है.
हमे आये हुए अभी दो-तीन माह ही हुए हैं. संभवत: 25 पैसा प्रति स्क्वायर फुट के हिसाब से प्रतिमाह निर्धारित भाड़ा तय किया गया है. कुछ दुकानें नर्माणाधीन हैं. जहां तक भाड़ा बढ़ोतरी की बात है तो इसके लिए प्रबंध समिति से बात की जायेगी.