जहानाबाद (नगर) : शहरी क्षेत्र के करीब 75 हजार आबादी को शुद्ध पेयजल की आपूर्ति कराया जा रहा है . इसके लिए प्रतिदिन 5.4 एमएलडी पानी की आपूर्ति की जाती है. हालांकि अब भी शहर की बड़ी आबादी पेयजल आपूर्ति से वंचित है . ऐसे में वंचित आबादी सरकारी व निजी चापाकलों के सहारे अपनी प्यास बुझा रही है. शहरी क्षेत्र की आबादी एक लाख पांच हजार से अधिक है.
पूरी आबादी को पेयजल आपूर्ति कराने के लिए प्रतिदिन 8.4 एमएलडी पानी की आपूर्ति की जरूरत है . लेकिन वर्तमान समय में जलापूर्ति व्यवस्था सुद्वढ़ नहीं रहने तथा जलमीनारों की कमी के कारण सभी को पानी उपलब्ध कराना संभव नहीं दिखता . सिर्फ 5.4 एमएलडी पानी की आपूर्ति हो रही है , जिससे 70 प्रतिशत शहरी इससे लाभान्वित हो रहे हैं.
शहरी क्षेत्र में बने हैं चार जलमीनार : शहरी आबादी को पेयजल आपूर्ति करने के लिए चार जलमीनार स्थित है . इन्ही जलमीनारों से शहरी क्षेत्र के करीब 70 प्रतिशत आबादी को जलापूर्ति की जाती है . शहर के मलहचक में स्थित पानी टंकी से सबसे अधिक लोग लाभांवित होते हैं . करीब 40 हजार आबादी को इस जलमीनार से पेयजल की आपूर्ति होती है .
जबकि राजाबाजार स्थित पानी टंकी से 15 हजार , निजामुदीनपुर स्थित पानी टंकी से 10 हजार तथा कोर्ट एरिया स्थित पानी टंकी से 10 हजार की आबादी को जलापूर्ति की जाती है . ग्रामीण इलाकों में बने हैं 13 जलमीनार :जिले के ग्रामीण इलाकों में भी जलापूर्ति के लिए जलमीनार का निर्माण कराया गया है .
जिले में 13 जलमीनार बने हैं जिससे बड़ी आबादी को जलापूर्ति किया जाता है. जिले के काको प्रखंड परिसर , काको तालाब के समीप , रतनी , घोसी , हुलासगंज , ओकरी , शकुराबाद , नेवारी , टेहटा , नोआवां , सुगांव , टेहटा मठ , बंधुगंज आदि स्थानों पर जलमीनार बने हैं. इन जलमीनारों से आसपास के कई गांवों में जलापूर्ति की जाती है .
आठ जलमीनार का हो रहा निर्माण :शहरी जनसंख्या में लगातार हो रही बढ़ोतरी तथा पानी की बढ़ते मांग को देखते हुए सरकार द्वारा आठ जलमीनारों का निर्माण कराया जा रहा है . साथ ही दस टयूवबेल भी लगाये जा रहे हैं ताकि शहर की पूरी आबादी को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जा सके . वर्तमान समय में मांग अधिक तथा आपूर्ति कम रहने के कारण कई बार पेयजल संकट उत्पन्न हो जाता है . जलमीनार के लिए नोन्ही के लोगों ने किया था सड़क जाम :पेयजल संकट से जूझ रहे काको प्रखंड के नोन्ही गांव के लोगों द्वारा जलमीनार निर्माण की मांग को लेकर सड़क जाम किया गया था .
सरकार द्वारा नोन्ही में जलमीनार निर्माण की स्वीकृति दे दी गयी है . निर्माण कार्य के लिए संवेदक को कार्य भी आवंटित किये जा चुके हैं . निर्माण स्थल पर निर्माण सामग्री भी गिराया जा चुका है लेकिन निर्माण स्थल पर अतिक्रमण के कारण जलमीनार निर्माण का काम शुरू नहीं हो पाया है . ऐसे में गांव के लोग पेयजल संकट से जूझने को मजबुर हैं . उन्हें पानी के लिए कई किलोमीटर दूर दूसरे गांव जाना पड़ता है . क्या कहते हैं लोग :पेयजल आपूर्ति निर्धारित समय से होता है .
लेकिन कई बार गंदे पानी की आपूर्ति की जाती है जो पीने के योग्य नहीं होता है . : रामकुमार कई बार पेयजल संकट से जूझना पड़ता है . कभी मोटर खराब तो कभी आपूर्ति व्यवस्था में गड़बड़ी के कारण पेयजल संकट से जूझना पड़ता है . : सुबोध कुमार अक्सर गंदे पानी की सप्लाइ की जाती है जो पीने लायक नहीं होता है .
सप्लाइ की पानी का उपयोग सिर्फ नहाने एवं कपड़ा धोने के लिए किया जाता है . : सुधीर कुशवाहा जलापूर्ति व्यवस्था सुदृढ़ नहीं रहने के कारण आपूर्ति मे कई बार परेशानी होती है .
हालांकि विभाग द्वारा समय से जलापूर्ति किया जाता है : अरुण कुमार क्या कहते हैं अधिकारी :शहरी क्षेत्र में शुद्ध पेयजल आपूर्ति की बेहतर व्यवस्था है . करीब 70 प्रतिशत आबादी को जलापूर्ति किया जाता है . आने वाले दिनों में शत -प्रतिशत आबादी को पेयजल आपूर्ति किया जायेगा – राजकिशोर प्रसाद , कार्यपालक अभियंता पीएचइडी