जहानाबाद : फाल्गुन की मदमस्त हवा के साथ आम लोगों पर चुनावी रंग चढ़ने लगा है. जिस तरह मौसम दिन में गर्मी व रात में ठंड पड़ रही है, उसी प्रकार नेता भी उम्मीदवारी को लेकर तरह-तरह का बयान देकर राजनीतिक गलियों में नये-नये हलचल पैदा कर रहे हैं. जदयू ने उम्मीदवार को लेकर पहले से ही अपना पत्ता साफ कर चुका है. वहीं राजद ने जहानाबाद से सुदय यादव को प्रत्याशी घोषित कर उम्मीदवारी को लेकर चल रही खींचतान पर विराम लगा दिया है. वहीं एनडीए के तरफ से प्रत्याशी के नाम की घोषणा अभी तक नहीं हो पायी है. दावेदारी के लंबे फेहरिश्त रहने से माना जा रहा है कि टिकट बंटवारा को लेकर गंभीर मंथन चल रहा है.
हम पार्टी के मुखिया जीतन राम मांझी ने भी जहानाबाद सीट पर दावा ठोक चुनावी तापमान को बढ़ा दिया है. चर्चा यह भी है कि जहानाबाद सीट को लेकर हम पार्टी के शीर्ष नेता ने प्रत्याशी चयन को लेकर भाजपा को अधिकृत कर दिया है. चर्चा है कि भाजपा के उम्मीदवार को हम पार्टी का समर्थन रहेगा. भाजपा का थिंक टैंक इस सीट पर उम्मीदवार खड़ा करने को लेकर फूंक-फूंक कर कदम रख रहा है, ताकि विरोधी खेमे को शिकस्त दी जाये. स्थानीय सांसद अरुण कुमार भी उम्मीदवारी को लेकर दावा करते रहे हैं.
प्रतिष्ठा की लड़ाई में दूसरे गुट के उपेंद्र कुशवाहा भी इस सीट पर अपना उम्मीदवार उतारना चाहते हैं. अब देखना यह है कि गठबंधन धर्म का पालन करते हुए टिकट बंटवारे को लेकर सजे अखाड़े में कौन बाजी मारता है. फिलहाल नामांकन तिथि का आधा समय गुजर जाने के बाद भी राजग से प्रत्याशी तय नहीं होना गंभीर मंथन का संकेत दे रहा है. राजनीतिक गलियों में चर्चा यह भी है कि एनडीए के उम्मीदवार का चयन एनडीए गठबंधन के कद्दावर नेता ही करेंगे.
शहर से लेकर गांव के हर चौक-चौराहे पर आपसी विरोधाभास के बीच प्रत्याशी चयन को लेकर तरह-तरह के कयास लगाये जा रहे हैं. चर्चा के बीच यह भी देखना है कि दिल्ली से लेकर पटना तक दौड़ लगाने वाले भावी उम्मीदवार की चुनावी समर में कितनी साख बचती है. फिलहाल जातीय-आधार मान लोग अपने तरफ से कई उम्मीदवारों के नाम की चर्चा कर रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ टिकट मिलने में हो रही देरी से चुनाव में कूदने का मन बना चुके धुरंधरों की बेचैनी बढ़ी है.