सोनो : प्रधानमंत्री आवास योजना में अनियमितता जारी है. सीधे-साधे व अनपढ़ लाभुकों से अंगूठा लगवाकर बिना उन्हें जानकारी दिये आवास योजना की राशि निकाल कर गबन करने का खेल धड़ल्ले से हो रहा है. ताजा मामला छुछनारिया पंचायत व ढोंढरी पंचायत का है. ढोंढरी पंचायत के दिनेश मंडल व ग्रामीणों द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत लाभुकों के चयन में अनियमितता बरतने व राशि गबन करने की शिकायत की गयी थी. इसी तरह छुछनरिया पंचायत के आधा दर्जन लाभुकों ने आवास सहायक पर उनके आवास योजना की राशि गलत तरीके से निकाल लेने का आरोप लगाया है.
इस संदर्भ में पंचायत के छाताकरम निवासी मीरा देवी पति रामभजु पंडित, परबतिया देवी पति जगदीश राम, यशोदा देवी पति अर्जुन पंडित, भामा देवी पति वासुदेव राम, भूखनी देवी पति ब्रह्मदेव राम व वासुदेव पंडित पिता स्व महावीर पंडित ने जिलाधिकारी को शिकायती आवेदन देकर न्याय की गुहार लगायी है. दिये आवेदन में कहा गया कि उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभ के लिए चयनित किया गया था. इसके तहत आवास सहायक द्वारा बिहार ग्रामीण बैंक के लघु शाखा में खाता खुलवाकर बैंककर्मी की मिलीभगत से उनकी राशि को धोखे से निकलवा कर गबन कर लिया गया. आवास सहायक पर आरोप लगाते हुए यह भी लिखा गया कि उनलोगों के आधार कार्ड व पासबुक भी आवास सहायक द्वारा जब्त कर लिया गया है. यह तो वित्तीय अनियमितता की एक बानगी भर है.
कुछ लाभुक जिन्हें अनियमितता का पता चलता है वे सामने आकर शिकायत करते हैं लेकिन बड़ी संख्या में ऐसे लाभुक हैं जिन्हें पता ही नहीं है कि उन्हें कितनी राशि सरकार से मिली व उनके हाथ में कितनी राशि आयी. बिचौलियों का जाल ऐसा फैला है कि लाभुक को कई बार उसके चक्कर में आ जाते हैं. बीते शनिवार को सभी पीड़ित लाभुक बीडीओ से गुहार लगाने प्रखंड कार्यालय आये थे परंतु बीडीओ के जिला में रहने के कारण उनसे मुलाकात नहीं हो सका. अंततः सभी पीड़ित लाभुक जमुई पहुंचकर जिलाधिकारी को अपना शिकायती आवेदन दी व न्याय की मांग की.
डीडीसी ने दिये जांच के आदेश
लाभुकों द्वारा प्राप्त शिकायती आवेदन को गंभीरता से लेते हुए उपविकास आयुक्त ने दिनांक 27 जनवरी 2018 को अपने पत्रांक 154 के माध्यम से अनुमंडल पदाधिकारी सह सोनो प्रखंड मेंटर पदाधिकारी व डीआरडीए जमुई के सहायक परियोजना पदाधिकारी के दो सदस्यीय टीम का गठन कर उन्हें जांच करने की जिम्मेदारी सौंप दी व जांच प्रतिवेदन एक सप्ताह में समर्पित करने को कहा गया. उक्त पत्र में उपविकास आयुक्त ने छुछनरिया के अलावे ढोंढरी पंचायत में आवास योजना के तहत लाभुकों के चयन व राशि गबन के शिकायत की जांच का भी निर्देश दिया है.
लैपटॉप व अन्य मशीन लेकर पहुंचते है घर
शिकायत करने प्रखंड कार्यालय पहुंची लाभुक महिलाओं ने आवास सहायक उत्तम दास पर आरोप लगाते हुए कही कि पन्द्रह दिन पूर्व बैंक कर्मी के साथ वे घर पर एक मशीन लेकर आये व आधार कार्ड लेकर अंगूठा निशान लगवाए. महिलाओं का कहना था कि वे यह कहकर गये कि शीघ्र ही राशि मिल जायेगी लेकिन पंद्रह दिन बाद भी राशि नहीं मिली. पता करने पर लोगों ने बताया कि उनकी राशि निकाल ली गयी है. छाताकरम की एक अन्य महिला लाभुक ककवा देवी पति विजय पंडित बताती हैं
कि यही प्रक्रिया उसके साथ भी की गयी लेकिन दवाब देने पर उसे महज 25 हजार रुपये दिये गये बाकी राशि गबन कर लिया गया. कई बुद्धिजीवियों का मानना है कि बैंक के लघु शाखा कर्मी के कार्य भी संदेह में होते है. यहां बता दें कि अनियमितता रोकने के लिए वरीय पदाधिकारियों द्वारा निर्देशित है कि बैंक के मिनी ब्रांच में आवास लाभुकों का खाता न खोला जाये.
कहते हैं आवास सहायक
छुछनरिया पंचायत के आवास सहायक उत्तम दास लाभुकों द्वारा उन पर लगाये जा रहे आरोपों को गलत व बेबुनियाद बताते हुए इसे उनके विरुद्ध एक साजिश बताया है. उन्होंने बताया कि उपरोक्त महिला का खाता किसी लघु शाखा में नहीं खोला गया बल्कि बिहार ग्रामीण बैंक के सोनो मुख्य शाखा में खोला गया है जिसमें समय पर राशि भेज दी गयी थी. उन्होंने लाभुकों के आधार कार्ड व पासबुक अपने पास होने से भी इंकार किया. उन्होंने मामले को साजिश बताते हुए कहा कि उक्त पंचायत का एक बिचौलिया आवास योजना में उनसे अवैध राशि की मांग कर रहा था. मना करने पर उसी के द्वारा मेरे खिलाफ साजिश रचा गया है.
कहते हैं बीडीओ
पूरे मामले पर बीडीओ पंकज कुमार बताते है कि आवास योजना के लाभुकों द्वारा राशि गबन की शिकायत के संदर्भ में उपविकास आयुक्त के द्वारा गठित जांच टीम की लिखित सूचना उन्हें मिली है. उन्होंने कहा कि जांच में पूर्ण सहयोग तो करूंगा ही साथ ही अपने स्तर से अन्य पंचायतों पर भी निगरानी रखूंगा ताकि गड़बड़ी न हो.