गोपालगंज : पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी का सीधा असर गोपालगंज पर पड़ा है. मौसम शिमला की तरह ठंड का एहसास करा रहा. शीतलहर के साथ चल रही बर्फीली हवाओं से लोग कांप रहे हैं. चार दिनों से बादलों में छिपे सूरज गुरुवार की दोपहर बाद निकले. लेकिन सूरज के ताप का असर नहीं हुआ. शाम होते ही पुन: शीतलहर शुरू हो गयी. सबसे अधिक परेशानी फुटपाथ पर रहने वाले लोगों को हो रही है. मौसम वैज्ञानिक एसएन पांडेय की माने तो तापमान में तीन डिग्री की बढ़ोतरी हुई.
अधिकतम तापमान 16.6 डिग्री से बढ़ कर 19.6 डिग्री पहुंच गया. इसी क्रम में न्यूनतम तापमान घटकर 9.8 पर आ गया. बर्फीली हवाओं के साथ शीतलहर कहर बरसा रही है. उधर सदर अस्पताल में श्वास, सर्दी, जुकाम, बुखार, फ्लू के मरीजों की संख्या बढ़ गयी है. अस्पताल के ओपीडी में सबसे अधिक श्वास के मरीज पहुंच रहे हैं. उधर इमरजेंसी में अस्पताल प्रबंधन ने ऑक्सीजन आदि की व्यवस्था को दुरुस्त कर रखा है.
फरवरी के दूसरे सप्ताह से बदलेगा मौसम : एक बार फिर से मौसम में बदलाव देखने को मिल सकता है. इस दौरान कोहरे के चलते आम जनजीवन भी प्रभावित होगा. मौसम विज्ञानियों का कहना है कि फरवरी के दूसरे सप्ताह से ठंड में काफी हद तक राहत मिल सकती है. ठंड का यह दौर अभी 48 घंटे का है. दिन की लंबाई बढ़ चुकी है. ऐसे में सूरज के निकलते ही तापमान बढ़ जायेगा. फरवरी के दूसरे हफ्ते में फिर बादल आ सकते हैं.
शहर में ठंडा पड़ा अलाव : 10 जनवरी के बाद से शहर में अलाव ठंडा पड़ चुका है. जिसके कारण शाम होते ही रिक्शा चालकों और राहगीरों की मुश्किलें बढ़ जा रही है. सदर अस्पताल में इलाज कराने आने वाले मरीजों के अभिभावकों को अलाव नहीं होने से परेशानी का सामना करना पड़ रहा.
नगर पर्षद के जिम्मेवार अधिकारियों को शायद इस ठंड का एहसास नहीं हो रहा और न ही जिला प्रशासन की तरफ से कंबल का वितरण किया जा
रहा है. जिसके कारण फुटपाथ पर जीवन बिताने वालों को सबसे अधिक कठिनाई झेलना पड़ रही. शीतलहर के कारण रात की तापमान लगातार गिर रही है.
पांच वर्षों में 2 फरवरी
वर्ष अधिकतम न्यूनतम
2013 24.7 11.2
2014 22.2 10.8
2015 24.8 11.1
2016 22.8 12.3
2017 19.6 9.8