संवाददाता : गोपालगंज पाकिस्तान से हवाला के जरिये मंगायी जा रही धनराशि के कनेक्शन को खंगाल रही एटीएस टीम को अभी तक कोई खास सफलता नहीं मिली है.
एटीएस टीम पाकिस्तान से आने वाली धनराशि के खर्च का ब्योरा जुटने में लगी है. दरअसल कोलकाता में बैठे माफिया का कनेक्शन आइएसआइ और जम्मू-कश्मीर लिब्रेशन फ्रंट से जुड़ने की संभावना के चलते सुरक्षा एजेंसियां काफी परेशान हैं.
कोलकाता के अलावा गोरखपुर, वाराणसी, पटना, सीवान, मुंबई, दिल्ली तथा भोपाल से भी इनका कनेक्शन जुड़ा हुआ है. मास्टर माइंड के पकड़ में आते ही यह स्पष्ट हो जायेगा कि पाकिस्तान से धनराशि क्यों मंगायी जाती थी.
एटीएस टीम ने मास्टर माइंड की गिरफ्तारी के लिए कोलकाता में जाल बिछा रखा है. बता दें कि गत 17 सितंबर को एटीएस टीम ने मांझा के आलापुर निवासी कारोबार से जुड़े रमेश कुमार उर्फ राजू तथा पप्पू कुमार को गिरफ्तार कर हवाला का खुलासा किया था.
खाते में मंगायी जाती थी पाक से धनराशि : पाकिस्तान से आने वाली धनराशि परिचितों के खाते में मंगायी जाती थी. जांच के दौरान पाया गया है कि हवाला से जुड़े कारोबारी अपने परिचितों के एकाउंट पर पैसा मंगा कर उन्हें दो हजार रुपये प्रति ट्रांजेक्शन देते थे. यह पूरा कारोबार एसएमएस के जरिये संचालित होता था. राशि निकालने के साथ ही पैसा खाताधारक को दे दिया जाता था. दो हजार रुपये के लोभ में लोग रुपये मंगा कर हवाला कारोबारियों को सौंप देते थे.