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शहर के स्कूली बच्चों ने भी किया योग

गोपालगंज : रविवार को जहां पूरे विश्व में प्रथम अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की धूम रही, वहीं शहर के स्कूल भी योग करने के पीछे नहीं रहे. इसी कड़ी में शहर में छवही खास एनएच-28 स्थित सीबीएसइ द्वारा मान्यता प्राप्त ज्ञानदा इंटरनेशनल स्कूल में भी योग दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. योग के विभिन्न […]

गोपालगंज : रविवार को जहां पूरे विश्व में प्रथम अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की धूम रही, वहीं शहर के स्कूल भी योग करने के पीछे नहीं रहे. इसी कड़ी में शहर में छवही खास एनएच-28 स्थित सीबीएसइ द्वारा मान्यता प्राप्त ज्ञानदा इंटरनेशनल स्कूल में भी योग दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
योग के विभिन्न आसनों को करते हुए बच्चे काफी उत्साहित दिखे. विशेषज्ञ दिनेश चंद्र दुबे ने बच्चों को योग के विभिन्न मुद्राओं से रूबरू कराया तथा योग से होनेवाले लाभ के बारे में बताया. मौके पर बच्चों के साथ-साथ स्कूल के जिन शिक्षकों ने योग किया उनमें संजय कुमार, एस रहमान, सचिदानंद सिंह, नेहा रंजन, अभिलाषा मिश्र, रुचि सिन्हा, कुमार विकास आदि शामिल थे.
चिकित्सकों ने किया योग : जिला संयुक्त औषधालय, गोपालगंज में जिला देशी चिकित्सा पदाधिकारी की अध्यक्षता में डॉ योगेंद्र राम होमियोपैथिक चिकित्सा पदाधिकारी डॉ मो समशो आलम यूनानी चिकित्सा पदाधिकारी एवं डॉ भरत प्रसाद सहित जिले में कार्यरत सभी चिकित्सा पदाधिकारियों एवं कर्मियों ने जिला संयुक्त औषधालय गोपालगंज में रविवार को सुबह 7 बजे से विश्व योग दिवस हर्ष के साथ मनाया.
संकल्प मंत्र के साथ समाप्त हुआ कार्यक्रम : मिंज स्टेडियम में आयोजित योग शिविर में संकल्प मंत्र माधव अग्रवाल तथा सत्येंद्र तिवारी ने किया. जबकि, उपेंद्र नाथ उपाध्याय ने शांति पाठ कराया.
कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए कमलेश कुमार, राजेश श्रीवास्तव, कुमार संजय, विमल कुमार, वैद्य हरेंद्र किशोर,कुमारी शालु, ललित राय, राधेश्याम अग्रवाल, नागेंद्र , युगल किशोर, पवन, चंचल वर्णवाल आदि का सराहनीय भागीदारी रही. इस मौके पर सीबीएसइ पब्लिक स्कूल के राज आर्यन द्वारा सांसों का क्या भरोसा की प्रस्तुति एवं हिमांशु उपाध्याय द्वारा राष्ट्रगीत, अनिल यादव ने अपने मधुर संगीत से कार्यक्रम में समां बांध दी. मंच संचालन परशुराम श्रीवास्तव ने किया.
सेंट्रल स्कूल के शिविर में हुए कुछ खास प्राणायाम
केंद्रीय विद्यालय के प्राचार्य डॉ वीएस मिश्र ने सबसे महत्वपूर्ण प्राणायाम कपोत उज्जाई के विषय में बताया, जिसे कबूतर से सीखा गया है. इस आसन में श्वास को फेफड़ों में भरते हुए और कंठ से ध्वनि निकालते हुए श्वास छोड़ते हैं. इस दौरान कबूतर की तरह गले से आवाज आती है.
इस योग से खर्राटे बंद हो जाते हैं, बच्चों की लंबाई बढ़ती है, नाक, कान, गले की बीमारियां छूमंतर हो जाती हैं, आवाज बुलंद रहती है. सुरीली आवाज पाने में यह प्राणायाम उपयोगी है. केंद्रीय विद्यालय में सुबह 4.30 बजे योग शिविर का शुभारंभ हुआ, जिसमें विद्यालय के बच्चे एवं सैकड़ों की संख्या में अभिभावक मौजूद थे. योगासन के साथ जीवन में आनेवाली समस्याओं पर भी विस्तार से चर्चा कर योग से समाधान पर प्रकाश डाला गया.
कुल 36 प्रकार के योगासन बच्चों को सिखाया गया. प्राचार्य ने कहा कि आज तनाव भरे जीवन में योग से ही स्वस्थ समाज की कल्पना किया जा सकती है.
त्यागी आश्रम में आयोजित हुआ योग शिविर : सासामुसा, बघउच रोड में स्थित त्यागी आश्रम में योग शिविर का आयोजन किया गया.
जिसका संचालन अनूप कुमार मुरारी ने किया. कार्यक्रम में अजीत कुमार, पंकज कुमार,संतोष कुमार, शशि रंजन, रामाकांत यादव ने योग पर विस्तार से परिचर्चा किया. धन्यवाद ज्ञापन विजय सिंह ने किया.
बैकुंठपुर में मना योग दिवस : विश्व योग दिवस के मौके पर रविवार को विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में योगासन किया गया.
पतंजलि आरोग्य केंद्र द्वारा आरवाइआर हाइस्कूल, रेवतिथ में 60 नवयुवकों को प्रशिक्षक बिट्टू कुमार सिंह ने योगासन का महत्व बताया. क्रिपा भारती के तत्वावधान में विवेकानंद विद्या स्थली दिघवा-दुबौली, डीजीपी पब्लिक स्कूल चमनपुरा, एसएस पब्लिक स्कूल, सेंट्रल पब्लिक स्कूल में योग दिवस मनाया गया.

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