समाहरणालय गेट पर दिया धरना, शहर में निकाला विरोध मार्च
गोपालगंज : शहर के प्रमुख कपड़ा व्यवसायी नितेश कुमार टिबडेवाल अपहरण कांड पर आक्रोशित शहर की महिलाओं ने सड़क पर उतर कर गरज उठी .महिलाओं के आक्रोश के आगे उनके घर के लोग भी उन्हें रोक नहीं पाये.
महिलाएं हाथ में तख्तियां लेकर हमारे बेटा को वापस करो के नारों के साथ सड़क पर उतरी और आक्रोश प्रदर्शन करते हुए हंगामा मचाया .समाहरणालय का गेट बंद होने के कारण सड़क पर बैठ गयी. डीएम कृष्ण मोहन ने महिलाओं के प्रतिनिधिमंडल को चेंबर में बात करने के लिए बुलाया.
बीस की संख्या में महिला डीएम से मिलने पहुंची. डीएम से अपील की कि आप पहल कर हमारे बेटे को वापस दिला दीजिए. अपहृत व्यवसायी की मां सुधा टिबड़ेवाल फफक कर रो पड़ी. महिलाओं ने चेंबर में ही बैठ कर धरना देने की तैयारी में जुट गयी.
महिलाओं के आक्रोश को देखते हुए डीएम कृष्ण मोहन समाहरणालय के गेट पर पहुंचे और किसी तरह समझा बुझा कर महिलाओं को शांत कराया. डीएम के आश्वासन पर महिलाओं ने 24 घंटा का समय प्रशासन को दिया है.
महिलाओं ने कहा है कि अगले 24 घंटे में अगर व्यवसायी की सकुशल बरामदगी नहीं हुई तो महिलाएं उग्र रूप धारण करने को विवश हो जायेगी. डीएम ने इन्हें आश्वस्त किया कि पुलिस की टीम लगातार अपराधियों की तलाश में छापेमारी कर रही है.
फफक पड़ी अपहृत की पत्नी
शहर की महिलाएं अपहरण कांड के खिलाफ प्रदर्शन किया व डीएम को मांग पत्र सौंपा . यहां महिलाओं ने अधिकारियों पर भड़ास निकालते हुए अपहृत व्यवसायी की पत्नी प्रियंका की तरफ इशारा किया. प्रियंका यहां पहुंचते ही फफक पड़ी. महिलाओं ने कहा कि आप सभी लोग यहां एसी में बैठक कर काम कर रहे, लेकिन हमारे बेटे को वापस लाने के लिए आप लोगों ने क्या प्रयास किया महिलाओं ने कहा कि प्रियंका खुद पेट से है और पिछले तीन दिनों से अन्न त्याग चुकी है.
पुलिस को नहीं मिला सुराग
शहर के प्रमुख कपड़ा व्यवसायी के अपहरण कांड के तीसरे दिन भी पुलिस को ठोस सुराग हाथ नहीं लगने से नराज महिलाओं ने सुबह सात बजे ही अपहृत व्यवसायी के घर मारवारी मुहल्ला पहुंच गयी. महिलाओं ने घंटों बैठक करने के बाद दिन के 11 बजे सड़क पर उतरने का निर्णय लिया. महिलाओं ने सड़क पर उतर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की.
चूड़ी पहनने की दी सलाह
अपहृत व्यवसायी नितेश कुमार टिबड़ेवाल की बरामदगी नहीं होने के कारण तथा अब तक व्यवसायी वर्ग को नेतृत्व करने वाले तमाम संगठनों के लोग अब तक आगे नहीं आये हैं.उन्हें इस बात का मलाल था कि समाज के आगे रहने वाले लोग इस अपरहण कांड पर चुप क्यों है.इनके आक्रोश के कारण आम लोगों में भी धीरे– धीरे आक्रोश बढ़ता जा रहा.
विधानसभा को घेरेगी भाजपा
शहर से अपहृत कपड़ा व्यवसायी के परिजनों से मिलने पहुंचे भाजपा नेता मिथिलेश तिवारी ने पीड़ित परिवार को हर संभव मदद करने की बात कहते हुए सहयोग करने की बात कही. 72 घंटा बीतने के बाद भी अपहृत की कुछ सूचना नहीं मिलने पर पीड़ित परिवार की महिलाओं के पहुंचते महिलाएं उन्हें घेर लिया एवं अपने बच्चे को वापस के लिए गुहार लगाने लगी.
भाजपा नेता ने पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी से बात कर पीड़ित परिजनों से भी बात करायी. सुशील कुमार मोदी ने इस अपहरण कांड को सदन में उठाने की बात कही. वहीं एडीजी गुप्तेश्वर पांडेय से परिजनों को बात करायी और गुप्तेश्वर पांडेय ने शीघ्र सकुशल बरामदगी की आश्वासन दिया.
श्री पांडेय ने परिजनों को आश्वास्त किया कि पुलिस टीम इस पूरे प्रकरण मे काफी करीब पहुंच चुकी है. वहीं विपक्ष के नेता नंदकिशोर यादव सहित कई भाजपा के नेताओं से बात कर प्रशासन पर दबाव बनाने की बात कही .इस अपहरण कांड पर सदन को घेरने की तैयारी में भाजपा जुटी है.
प्रशासन के खिलाफ आक्रोश
अपहरण के 72 घंटा बीतने के बाद भी कोई ठोस सुराग नहीं मिलने से परिजनों में हताश भरने लगी है. उनसे मिलने जाने वालों से पीड़ित सवाल करने लगते हैं कि उनका पुत्र कब तक वापस लौटेगा .परिजनों का धैर्य खोने लगा है. पीड़ित के घर जाने वालों से परिवार बड़ी उम्मीद से अपने बच्चों की सकुशल वापसी के लिए पूछते हैं. परिवार को पुलिस पर भरोसा तो है, लेकिन देर होने के कारण सब्र टूटने लगा है.
भटकती रहीं महिलाएं
अपहरण के 72 घंटा बीतने के बाद अपहृत व्यवसायी के परिवार की महिलाएं एवं पुरुष सदस्य पूरी रात बैठे गुजार दे रहे है. अपहृत की मां, बहन, पत्नी, बुआ, चाची एवं अन्य रिश्तेदार एक दूसरे को ढांढ़स बंधा रही है. इतना ही नहीं परेशान महिलाएं बुधवार की रात चंद्रगोकुल रोड मारवाड़ी मुहल्ला सहित मौनियां चौक ,पोस्टऑफिस चौक पर चक्कर लगाती रही.
उन्हें भरोसा था कि अपहर्ता उनके पुत्र को शहर में लाकर छोड़ देंगे तथा वे उसे घर लाकर इलाज करा लेंगे .उसके परिवार के बच्चे एवं बुजुर्ग की हालत भी गंभीर बनी हुई है.