गोपालगंज : अब मनरेगा योजना में की गयी धांधली का पोल आसानी से खुल जायेगी. ग्रामीण विकास विभाग के सचिव अमृत लाल मीणा से मिले निर्देश के बाद जिले में पहली बार मनरेगा श्रमिकों के बीच जॉब स्टेटमेंट का वितरण किया गया, जिससे मनरेगा श्रमिक अपने द्वारा किये गये कार्यो और मिले भुगतान की स्थिति से अवगत होंगे.
साथ ही मनरेगा योजना में किये गये कार्य और मिले भुगतान में किसी प्रकार की गड़बड़ी उजागर होने पर ऑन द स्पॉट शिकायत दर्ज करायी जायेगी. डीआरडीए निदेशक धीरेंद्र मिश्र ने बताया कि अब मनरेगा योजना में लूट -खसोट की जांच करने में परेशानी नहीं होगी. प्रत्येक पंचायतों मे मनरेगा से कराये गये कार्यो और भुगतान की जानकारी जॉब स्टेटमेंट के माध्यम से श्रमिकों को उपलब्ध करायी जायेगी.
साथ ही इसमें लूट खसोट उजागर होने पर श्रमिक से शिकायत पत्र लेकर उस मामले में दोषी पीआरएस ,पीओ ,मनरेगाकर्मी व जनप्रतिनिधियों को दंडित किया जायेगा. गोपालगंज में जिला प्रशासन के द्वारा पहली बार इसका शुरुआत की गयी है, जिससे बहुत हद तक धांधली और लूट खसोट का खुलासा होगा. उन्होंने बताया कि विभाग से मिले निर्देश के बाद डीएम कृष्ण मोहन की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय टीम का गठन किया गया, जिसमें बीडीसी ,डीआरडीए निदेशक भी शामिल किये गये. अब इनके द्वारा जिले के सभी 14 प्रखंडों के दो- दो पंचायतों के मनरेगा श्रमिकों के बीच मंगलवार को जॉब स्टेटमेंट का वितरण किया जायेगा.
* क्या है जॉब स्टेटमेंट
मनरेगा योजना के तहत विभिन्न प्रखंडों की पंचायतों में मनरेगा से कराये गये कार्य में मनरेगा श्रमिकों के द्वारा किये गये कार्य ,श्रमिकों को प्रतिदिन मजदूरी की दर , श्रमिक का नाम , पिता का नाम ,उम्र ,योजना का नाम , कितने दिन काम किये , किस दर से मजदूरी मिली , कितने राशि का भुगतान हुआ , सहित सभी प्रकार की जानकारियां एक प्रपत्र में मनरेगा श्रमिक को जॉब स्टेमेंट के रूप में उपलब्ध कराया गया.
सभी 28 पंचायतों में मनरेगा श्रमिकों के बीच जॉब स्टेटमेंट के वितरण और मनरेगा श्रमिकों से मिले आपत्ति पत्र को जमा करने के लिए डीएम कृष्ण मोहन के द्वारा सभी पंचायतों में अलग -अलग पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गयी, जिसमें मनरेगा के प्रोग्राम पदाधिकारी , पंचायत तकनीकी पदाधिकारी ,कनीय अभियंता आदि को अलग- अलग पंचायतों में प्रतिनियुक्त किया गया था, जो अपने अपने आवंटित पंचायतों में मौजूद रह कर मनरेगा जॉब स्टेमेंट का वितरण कराये तथा श्रमिकों से आपत्ति आवेदन भी जमा किये.
जॉब स्टेटमेंट के मिलान में गड़बड़ी मिलने के बाद श्रमिकों से प्राप्त आपत्ति पत्र पर जांच कर शीघ्र ही कार्रवाई की जायेगी, ताकि मनरेगा योजना में लूट खसोट पर विराम लग सके. साथ ही श्रमिकों को सही दर से भुगतान और मनरेगा में काम भी मिल सके.
धीरेंद्र मिश्र , निदेशक डीआरडीए ,गोपालगंज