गया: राजस्थान के जयपुर शहर से बिहार के 50 बाल श्रमिकों को मुक्त करा कर गुरुवार को अजमेर-सियालदह एक्सप्रेस से गया जंकशन लाया गया. बाल श्रमिकों के इस समूह में गया जिले के 39 बच्चे शामिल थे.
मुजफ्फरपुर व मधुबनी के तीन-तीन, दरभंगा व जहानाबाद के दो-दो और समस्तीपुर का एक बच्चा भी बरामद हुआ है. सभी बच्चों की उम्र छह से 17 वर्ष के बीच है. बरामद किये गये इन सभी बाल श्रमिकों को रेस्क्यू जंकशन में रखा गया है. श्रम अधीक्षक राकेश रंजन ने बताया कि इस मामले में चाइल्ड लाइन से भी काफी सहयोग मिला है.
श्रम अधीक्षक ने कहा कि जयपुर शहर के चूड़ी व जरी कारखानों में छापेमारी कर 50 बच्चों को मुक्त कराया गया. वहां की पुलिस व राजस्थान बाल अधिकार संरक्षण के साझा अभियान के सहयोग से बिहार टीम ने 25 जनवरी से 12 फरवरी तक जयपुर में छापेमारी की. इन बच्चों से काम करवाने वाले संस्थानों के मालिकों को चिह्न्ति कर उन पर विभागीय कार्रवाई भी की जा रही है.
चाइल्ड लाइन की समन्वयक सुनीता शर्मा ने बताया कि गया जिले को छोड़ कर अन्य जिलों के बच्चों को संबंधित पदाधिकारियों को सौंप दिया जायेगा, जो उन्हें उनके परिजनों को सौंप देंगे. छापेमारी के लिए जयपुर गयी टीम में बोधगया के श्रम अधिकारी रंगबहादुर सिंह, फतेहपुर के फिरोज अहमद, सासाराम के संजीव कुमार, नोखा के मुन्ना प्रसाद व विवेक कुमार चंचल भी शामिल थे. याद रहे कि इससे पहले भी विगत जनवरी में जयपुर से ही 97 बाल श्रमिकों को मुक्त कराया गया था. उनमें गया के 40 बच्चे थे.
मुक्त कराये गये बच्चे
गया 39
मुजफ्फरपुर 03
मधुबनी 03
दरभंगा 02
जहानाबाद 02
समस्तीपुर 01