गया के चर्चित आदित्य सचदेवा हत्याकांड में आज कोर्ट ने अभियुक्त रॉकी यादव और उसके दो अन्य साथियों को उम्रकैद की सजा सुनायी, वहीं रॉकी यादव के पिता बिंदी यादव को पांच साल की सजा सुनायी गयी है. आदित्य सचदेवा की हत्या गोली मारकर सिर्फ इसलिए कर दी गयी थी क्योंकि उसने रॉकी की कार को ओवरटेक किया था. घटना 7 मई, 2016 की है. इस दिन आदित्य अपने दोस्तों के साथ बोधगया से गया अपनी ही कार से लौट रहा था. सफर के दौरान रास्ते में रॉकी यादव से साइड देने को लेकर झगड़ा हुआ और रॉकी ने उसे गोली मार दी.
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Gaya road rage case : रॉकी यादव को उम्रकैद से शोहदों पर कसेगी लगाम
गया के चर्चित आदित्य सचदेवा हत्याकांड में आज कोर्ट ने अभियुक्त रॉकी यादव और उसके दो अन्य साथियों को उम्रकैद की सजा सुनायी, वहीं रॉकी यादव के पिता बिंदी यादव को पांच साल की सजा सुनायी गयी है. आदित्य सचदेवा की हत्या गोली मारकर सिर्फ इसलिए कर दी गयी थी क्योंकि उसने रॉकी की कार […]
आज कोर्ट ने रॉकी यादव को जो सजा सुनायी है, वह एक मिसाल है उन लोगों के लिए जो पैसे और पावर के मद में इतने चूर हो जाते हैं कि हैवानियत पर उतर आते हैं. सही-गलत का फर्क उनके लिए कुछ मायने नहीं रखता. आदित्य सचदेव की हत्या सात मई 2016 को हुई थी, दोषियों को सजा एक साल चार महीने के बाद ही सुना दी गयी है. ऐसे लोगों के खिलाफ ऐसी ही कार्रवाई होनी चाहिए, यह न्याय व्यवस्था की आदर्श स्थिति है.
दबंगों की दबंगई नहीं है इस देश में
ऐसा नहीं है कि रॉकी यादव जैसे अपराधी पहले नहीं हुए हैं, हुए हैं और उन्हें कोर्ट ने सजा भी सुनायी है. हम आज भी नीतीश कटारा और जेसिका लाल हत्याकांड को नहीं भूल पायें हैं. जहां पिता की राजनीतिक शक्ति के मद में चूर लड़कों ने भयानक आपराधिक घटना को अंजाम दिया. नीतीश कटारा की हत्या बाहुबली राजनेता डीपी यादव के पुत्र विकास यादव ने की थी. नीतीश की हत्या इसलिए कर दी गयी थी क्योंकि उसका प्रेम संबंध डीपी यादव की बेटी भारती यादव से था. नीतीश कटारा की हत्या के लिए भारती यादव के दोनों भाइयों विकास यादव और विशाल यादव को उम्रकैद की सजा सुनायी. यह सजा उन्हें सुप्रीम कोर्ट ने वर्ष वर्ष 2016 में सुनायी जबकि नीतीश की हत्या 17 फरवरी 2002 में हुई थी. निखिल के हत्यारों को सजा दिलाने के लिए उसकी बहन नीलम कटारा ने काफी मेहनत की. भारती यादव के बयान के बाद उसने प्राथमिकी दर्ज तो करायी, लेकिन परिवार वालों के दबाव में बाद में भारती ने बयान बदल दिया था, लेकिन नीलम ने हिम्मत नहीं हारी और अंत तक जूझती रहीं.
वहीं दिल्ली की एक मशहूर मॉडल जेसिका लाल की हत्या 1999 में एक लेट नाइट पार्टी में हुई थी, जहां कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद विनोद शर्मा के बेटे मनु शर्मा ने सिर्फ इसलिए कर दी थी क्योंकि उसे जेसिका ने समय समाप्त होने के बाद शराब परोसने से मना कर दिया था. इस केस में वर्ष 2006 में मनु शर्मा को पहले दोषमुक्त कर दिया गया था, लेकिन मीडिया और जनदबाव के बाद फास्ट ट्रैक ने उन्हें वर्ष 2006 में ही उम्रकैद की सजा सुनायी वह भी मात्र 25 की सुनवाई में.
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