Bihar Politics: मुख्यमंत्री से नहीं लालू-राबड़ी से न्याय मांगे रोहिणी, नीतीश के मंत्री ने क्यों कही ये बात?
Bihar Politics: बिहार सरकार में मंत्री दिलीप जायसवाल ने शनिवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि रोहिणी आचार्य को अगर न्याय चाहिए तो वह लालू यादव और राबड़ी देवी से मांगे. मुख्यमंत्री निजी मामलों में दखल नहीं देते हैं.
Bihar Politics: बिहार भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष और नीतीश कैबिनेट में मंत्री दिलीप जायसवाल ने एक बार फिर से लालू परिवार को निशाने पर लिया है. शनिवार को मीडिया से बात करते हुए जायसवाल ने कहा कि अगर रोहिणी को किसी से न्याय मांगना है तो सबसे पहले वह अपने माता-पिता से जाकर न्याय मांगे.
मुख्यमंत्री निजी मामलों में दखल नहीं दे सकते: जायसवाल
दिलीप जायसवाल ने आगे कहा, “हमारा मानना है कि सबसे अच्छा फोरम माता-पिता हैं. मुख्यमंत्री और लोग ऐसे निजी मामलों में दखल नहीं दे सकते. इसलिए उन्हें लालू-राबड़ी के पास फरियाद रखनी चाहिए.” इससे पहले रोहिणी आचार्य ने दो दिन पहले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक भावुक पोस्ट किया था. उन्होंने लिखा, “प्रत्येक बेटी को इस आश्वासन के साथ बड़े होने का अधिकार है कि उसका मायका एक ऐसा सुरक्षित स्थान है, जहां वह बिना किसी डर, अपराधबोध, शर्म या किसी को कोई स्पष्टीकरण दिए बिना लौट सकती है. इस उपाय को लागू करना केवल एक प्रशासनिक दायित्व नहीं है, बल्कि अनगिनत महिलाओं को भविष्य में होने वाले शोषण और उत्पीड़न से बचाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा.”
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चुनाव के बाद से ही लालू परिवार में मचा हुआ है महाभारत
बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन को मिली हार के बाद से ही बवाल मचा हुआ है. चुनाव परिणाम के आने के दो दिन बाद रोहिणी आचार्य ने अपने भाई तेजस्वी यादव और उनके सलाहकार संजय यादव पर आरोप लगाया था कि उन्होंने जब हार की जिम्मेदारी लेने की बात की तो उन्हें गाली दी गई और उनके साथ मारपीट की गई.
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