अलीनगर : मदरसा शिक्षकों के हक व हुकूक की लड़ाई अंतिम सांस तक लड़ता रहूंगा. उक्त बातें बुधवार को स्थानीय मदरसा बाबूल उलूम में आयोजित मदरसा शिक्षकों के बैठक को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुये बिहार मदरसा टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश महासचिव दानिश कमर ने कही.
उन्होंने कहा कि 2459 प्रथम श्रेणी के मदरसों के लिये 25 वर्षो से अधिक से संघर्ष करता आ रहा हॅू. जिसमें भूखमरी के शिकार हो रहे मदरसा शिक्षकों ने भरपूर समर्थन दिया. पिछली सरकारें अनदेखी करती रही. किन्तु नीतीश सरकार में पहली खेप में उनमें से 205 मदरसों के शिक्षकों का मानदेय भुगतान होना शुरू हुआ और दूसरे खेप में 609 मदरसों के शिक्षकों की भुगतान प्रक्रिया अंतिम चरण में है.
शुरूआती दौर में संस्कृत विद्यालयों एवं महाविद्यालयों का संघ भी संयुक्त रूप से मेरे साथ आंदोलन करता रहा. जिसका लाभ उन्हें भी मिला. शेष मदरसों के शिक्षकों का भुगतान भी करने के लिये सरकार गंभीर है. बावजूद इसके लिए अगर और भी संघर्ष करना पड़ेगा तो उसमें कमी नहीं की जायेगी. उन्होनें कहा कि कई जगहों पर मदरसा शिक्षकों के भुगतान व डिमांड बिल के नाम पर अन्य संघ वाले राशि की उगाही कर रहे हैं.